छत्तीसगढ़ सरकार ने चालू खरीफ विपणन सत्र में धान खरीदी के लक्ष्य 16 मिलियन टन (एमटी) के तहत पहले 28 दिनों में 25% से अधिक धान की खरीदी कर ली है। अब तक राज्य में 4.57 मिलियन टन धान की खरीदी हो चुकी है।
सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को धान खरीदी के बदले सीधे लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से 10,001 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। किसानों को प्रति क्विंटल धान के लिए 2,300 रुपये का भुगतान किया जा रहा है, जिसमें से 800 रुपये की अतिरिक्त राशि बाद में इनपुट सब्सिडी के रूप में दी जाएगी।
धान की मिलिंग का कार्य खरीदी के साथ-साथ किया जा रहा है। अब तक 865 मिलर्स ने पंजीकरण के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 252 राइस मिलर्स पंजीकृत हो चुके हैं।
धान खरीदी प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए 15 नवंबर से 2,739 केंद्र स्थापित किए गए हैं। अब तक 27,68,000 पंजीकृत किसानों में से 6,80,000 किसानों ने अपनी फसल बेच दी है। खरीदी के लिए 400,000 गनny बैग्स की व्यवस्था की गई थी, जिनमें से 351,000 बैग्स उपलब्ध करा दिए गए हैं, और शेष बैग्स दो सप्ताह के भीतर पहुंचा दिए जाएंगे।
सरप्लस धान को नजदीकी संग्रह केंद्रों पर पहुंचाया जा रहा है। अब तक 2,50,000 टन धान के परिवहन के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए, अब किसान मोबाइल ऐप के जरिए टोकन बुक कर सकते हैं। जो किसान ऐप का उपयोग नहीं कर पाते, वे खरीदी केंद्रों पर सहायता प्राप्त कर सकते हैं। टोकन आवंटन के 40% आवेदन केंद्रों के माध्यम से और 60% ऐप के जरिए बुकिंग के लिए आरक्षित किए गए हैं। छोटे और सीमांत किसानों को विशेष टोकन दिए जा रहे हैं, जबकि बड़े किसानों के लिए अलग व्यवस्था की गई है।