दमिश्क: सीरिया में इस्लामवादी विद्रोहियों के नेतृत्व वाले गठबंधन ने राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार को उखाड़ फेंका है। विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क सहित देश के मुख्य शहरों पर कब्जा कर लिया है। रविवार को विद्रोहियों ने होम्स पर पूर्ण नियंत्रण की घोषणा की, जो देश का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। इसके बाद उन्होंने राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा जमा लिया।
पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद और उनका परिवार रूस में शरण ले चुका है। विद्रोही गठबंधन का नेतृत्व इस्लामवादी नेता हयात तहरीर अल-शाम कर रहे हैं। 27 नवंबर को शुरू हुए इस विद्रोह के बाद अलेप्पो और हमा जैसे महत्वपूर्ण शहर भी विद्रोहियों के नियंत्रण में आ गए हैं।
सीरिया में वर्ष 2011 में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों पर असद सरकार द्वारा किए गए दमन से शुरू हुआ गृहयुद्ध अब तक 5 लाख से अधिक लोगों की जान ले चुका है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस हिंसा के कारण 3.7 लाख लोग विस्थापित हुए हैं और देश की आधी से अधिक आबादी ने अपने घर छोड़ दिए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बशर अल-असद को “जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” उन्होंने सीरिया की राजनीतिक उथल-पुथल को “देश को पुनर्निर्मित करने का ऐतिहासिक अवसर” बताया।
सीरिया की सत्ता में यह बदलाव देश के भविष्य के लिए एक निर्णायक मोड़ हो सकता है। हालांकि, इसके साथ ही देश में स्थिरता और पुनर्निर्माण की चुनौतियां भी सामने खड़ी हैं।