IIT भिलाई के कॉमन रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट हब (CRTDH) को DSIR-CRTDH कॉन्क्लेव-2024 के दौरान प्लैक ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम 13-14 नवंबर को CSIR-IMMT (इंस्टीट्यूट ऑफ मिनरल्स एंड मटेरियल्स टेक्नोलॉजी) में आयोजित हुआ।
CRTDH, जो DSIR और IIT भिलाई के बीच साझेदारी का बेहतरीन उदाहरण है, मुख्यतः सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए काम करता है। इसका उद्देश्य रसायन उद्योग सहित फार्मास्युटिकल्स, पिगमेंट्स, टेक्सटाइल, डाई और डाई इंटरमीडिएट्स, धातु, और खनिज उद्योगों को नई तकनीकी प्रक्रियाओं और समाधान प्रदान करना है।
प्रमुख बातें:
- नेतृत्व: CRTDH का संचालन IIT भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश के नेतृत्व में किया जाता है।
- कोऑर्डिनेटर: डॉ. संजीब बनर्जी, रसायन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर, इस हब के प्रमुख अन्वेषक और समन्वयक हैं।
- सेवाएं:
- अपशिष्ट और प्रभाव उपचार (Effluent and Waste Treatment)
- प्रक्रिया अनुकूलन (Process Optimisation)
- नए रासायनिक उत्पादों का विकास
- इंटरमीडिएट्स, उत्पादों और कच्चे माल के परीक्षण सेवाएं
तकनीकी विशेषज्ञता और सहयोग:
IIT भिलाई के उन्नत संसाधन और उपकरण इस हब को रासायनिक उद्योग के लिए व्यापक शोध और विकास के केंद्र के रूप में स्थापित करते हैं। यहां उपलब्ध विशिष्ट उपकरण सटीक विश्लेषण और रासायनिक प्रक्रियाओं में मदद करते हैं।
IIT भिलाई का यह हब, MSMEs और अन्य उद्योगों के साथ साझेदारी के माध्यम से तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहन देता है और देश के रासायनिक क्षेत्र में प्रगति का समर्थन करता है।