पर्थ में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच का पहला दिन गेंदबाजों के नाम रहा, जहां कुल 17 विकेट गिरे। यह ऑस्ट्रेलिया में 1952 के बाद से पहले दिन गिरे विकेटों की सबसे बड़ी संख्या है। तेज़ गेंदबाजों ने पर्थ की उछालभरी पिच का भरपूर फायदा उठाया, जिससे बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए।
पहले दिन का हाल:
भारतीय टीम अपनी पहली पारी में मात्र 150 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4/29 का स्पेल डाला।
लेकिन भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने अपने नेतृत्व और गेंदबाजी से मैच का रुख पलट दिया। बुमराह ने घातक गेंदबाजी करते हुए 4/17 का स्पेल डाला, जिससे ऑस्ट्रेलिया की टीम दिन का खेल खत्म होने तक 67/7 के स्कोर पर संघर्ष करती नजर आई।
विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया:
पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज वसीम अकरम ने जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए कहा, “वह सभी प्रारूपों में विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं। उनकी स्विंग, गति और नियंत्रण अद्वितीय है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की कमजोरियों को बहुत जल्दी पहचान लिया।”
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी मैथ्यू हेडन ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, “बुमराह की रणनीति ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को बाहर की लाइन पर खेलने को मजबूर करने की थी। उन्होंने अपनी लाइन और लेंथ से बल्लेबाजों को हर समय खेलने पर मजबूर कर दिया।”
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का रोमांच:
पहले दिन का खेल गेंदबाजों के वर्चस्व का संकेत देता है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस सीरीज में गेंदबाजी आक्रमण ही जीत का फैसला करेगा।