बीजापुर (छत्तीसगढ़)। जब हम किसी गाँव की कल्पना करते हैं तो हमारी आंखों के सामने झोपड़ी और घास-फूंस से बने कच्चे मकान की तस्वीर उभरने लगती हैं। विगत 4 सालों में बीजापुर जिले में यह तस्वीर बदलते हुए दिख रही है, ऐसा हम इसलिए भी कह रहे हैं चूंकि प्रधानमंत्री आवास योजना से 3 हजार से अधिक आवास स्वीकृत किया गया है जिनमें से 24 सौ पक्का मकान बनकर तैयार हैं। हमसे कोई कहे शासन की किसी योजना ने पूरे गांव की तस्वीर बदल दी है, तो एका-एक इस बात पे यकीन करना मुश्किल होगा।
यह कहानी है विकासखंड बीजापुर की ग्राम पंचायत रेड्डी की। जहाँ विगत चार वर्षों में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत 101 हितग्राहियों ने अपना पक्का मकान बनाकर अपने सपने पूरे किये हैं। हितग्राहियों के मकान बनने से जहां एक ओर सुव्यवस्थित व सुंदर गांव की कल्पना साकार हो रही है। वहीं महात्मा गांधी नरेगा योजना से इन परिवारों को अपना घर बनाने के लिए 95 दिवस का रोजगार भी मिला।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी रवि कुमार साहू ने बताया कि जिले में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बाद भी ग्राम पंचायत रेड्डी ने 101 आवास पूर्ण कर लिया है। यह आंकड़ा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि इनके आश्रित ग्राम कोटेर जो कि नदी के उस पार है । इस गांव में बरसात के सीजन में कार्य करने हेतु आवश्यक निर्माण सामग्री पूर्व ही ले जाना पड़ता है या फिर नदी सूखने के बाद इस ग्राम में कुल 50 आवास बनाये गए हैं, ग्रामीणों की अपने आवास पूर्ण करने की इच्छाशक्ति के अलावा इस ग्राम पंचायत के प्रशासनिक अमले की कड़ी मेहनत के चलते ही ग्राम पंचायत रेड्डी अब खुशहाल व संवरने लगा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 मे प्रतीक्षा सूची में शेष बचे 70 प्रधानमंत्री आवास पंजीयन और जियोटैग प्रक्रिया चल रही है।