पीएम मोदी ने रखी मणिपुर जलापूर्ति परियोजना की आधारशिला, 25 लाख से अधिक परिवारों तक पहुंचेगा पानी

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मणिपुर के करीब 25 लाख गरीब भाई-बहनों को मुफ्त अनाज मिला है। इसी तरह डेढ़ लाख से अधिक बहनों को उज्जवला योजना के तहत मुफ्त गैस सिलेंडर की सुविधा दी गई है। आज इंफाल सहित मणिपुर के लाखों साथियों के लिए, विशेषतौर पर हमारी बहनों के लिए बहुत बड़ा दिन है। लगभग 3 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से पूरे होने वाले मणिपुर वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट से यहाँ के लोगों को पानी की दिक्कतें कम होनी वाली हैं।
उन्होंने कहा कि पैसा कम हो सकता है, ज़्यादा हो सकता है लेकिन Ease of Living पर सबका हक़ है, हर गरीब का हक़ है। इसलिए बीते 6 वर्षों में भारत में Ease of Living का भी एक बहुत बड़ा आंदोलन चल रहा है। ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, स्टार्ट अप और दूसरी अन्य ट्रेनिंग के लिए अब यहीं पर अनेक संस्थान बन रहे हैं। स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और वर्ल्ड क्लास स्टेडियम्स बनने से मणिपुर देश के स्पोर्ट्स टैलेंट को निखारने के लिए एक बड़ा हब बनता जा रहा है।’
वैज्ञानिकों के मुताबिक, हमारे नॉर्थ ईस्ट में किसान अगर पॉमोलीन की खेती पर चले जाएँ तो देश को काफ़ी फायदा होगा। आज पॉमोलीन ऑयल की देश में डिमांड है, ऐसे में राज्य सरकारों को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए. इसके लिए योजनाएँ बनाई जाए और केंद्र सरकार पूरा सपोर्ट करेगी।
सम्बोधन में पीएम मोदी बोले कि सरकार की ओर से बिजली, सड़कें और रोजगार देने का काम किया जा रहा है, एक साफ़ पानी की कमी रहती थी जो अब धीरे-धीरे पूरी की जा रही है। आत्मनिर्भर भारत के लिए पूर्वोत्तर का विकास काफ़ी ज़रूरी है, इससे हमारे पड़ोसी देशों से भी सम्बंध बेहतर होंगे। सरकार की ओर से कनेक्टविटी को बढ़ाने का काम ज़रूरी है, पानी कनेक्शन के साथ-साथ गैस पाइपलाइन को बिछाया जा रहा है।
पीएम ने कहा कि पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की राजधानी को फोर लेन, ज़िला मुख्यालय को टू लेन और गांवों को ऑल वेदर रोड से जोड़ा जाएगा। इसके लिए तेजी से काम चल रहा है। इसके अलावा रेल कनेक्टविटी को भी काफ़ी तेजी से बढ़ाया गया है। साथ ही पूर्वोत्तर में आज कुल 13 एयरपोर्ट हैं, जिनका विस्तार भी किया जा रहा है। अब सरकार की ओर से नदियों के रास्ते से वाटर-वे बनाए जा रहे हैं।