छत्तीसगढ़ में डेंगू नियंत्रण की दिशा में बड़ी सफलता, मामलों में 65% की कमी दर्ज

छत्तीसगढ़ में डेंगू की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए ठोस उपायों का सकारात्मक परिणाम अब साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। वर्ष 2025 की पहली तिमाही (जनवरी से अप्रैल) के दौरान डेंगू के मामलों में 65 प्रतिशत की उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। यह सफलता राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग और आम जनता के साझा प्रयासों का प्रतिफल है।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, “छत्तीसगढ़ सरकार ने डेंगू की रोकथाम को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। समय रहते उठाए गए प्रभावी कदमों और जनसहयोग से आज डेंगू पर नियंत्रण संभव हो सका है।”

डेंगू नियंत्रण अभियान के तहत राज्य में समयबद्ध फॉगिंग, घर-घर सर्वेक्षण, लार्वा नियंत्रण, प्राथमिक उपचार की बेहतर व्यवस्था और विशेष जांच शिविरों का आयोजन किया गया। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ जैसे शहरी जिलों में भी डेंगू के मामलों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है, जहां पहले संक्रमण के अधिक मामले सामने आते थे।

स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक संसाधनों की बेहतर उपलब्धता, प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती और जनजागरूकता अभियानों ने मिलकर यह सफलता दिलाई है। पंचायतों, स्कूलों और नगरीय निकायों द्वारा जनजागरूकता रैलियों एवं कार्यक्रमों का आयोजन भी इस दिशा में सहायक रहा।

डेंगू एक गंभीर वायरल बीमारी है जो एडिस मच्छर के काटने से फैलती है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घरों और आसपास जल जमाव न होने दें, पानी की टंकियों और कूलरों की नियमित सफाई करें तथा मच्छरदानी और पूरी आस्तीन के कपड़ों का उपयोग करें।

यदि तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द या शरीर पर चकत्ते दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें। जागरूकता और सतर्कता ही डेंगू से बचाव का सबसे सशक्त माध्यम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *