रायगढ़। जिले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अब पूरी तरह सतर्क हो गई है। बाहरी प्रांतों और विशेषकर संदिग्ध विदेशी नागरिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश पुलिस अधीक्षक द्वारा पहले ही दिए जा चुके हैं। इन्हीं निर्देशों के तहत शुक्रवार को चक्रधर नगर थाना पुलिस को सूचना मिली कि मरीन ड्राइव मार्ग पर दर्जनों की संख्या में महिला-पुरुष अपने बच्चों के साथ डेरा डाले हुए हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और वहां रह रहे लोगों से सख्ती से पूछताछ की। जब उनसे पहचान पत्र मांगे गए, तो केवल 3-4 लोगों के पास ही आधार कार्ड उपलब्ध थे। पूछताछ में सामने आया कि वे बिहार राज्य के निवासी हैं, लेकिन अधिकांश लोग न तो स्पष्ट जवाब दे पाए और न ही वैध दस्तावेज दिखा सके।

हालात तब और संदिग्ध हो गए जब पूछताछ के दौरान कुछ लोग डेरा समेटकर भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने तुरंत उन्हें रोका, तलाशी ली और सख्त समझाइश दी कि बिना वैध दस्तावेज के शहर में रहना कानूनी अपराध है। इसके बाद पुलिस ने उन्हें रेलवे स्टेशन की ओर रवाना किया और भविष्य में बिना अनुमति डेरा न जमाने की चेतावनी भी दी।
चक्रधर नगर पुलिस की इस त्वरित और सक्रिय कार्रवाई से स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है। पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि रायगढ़ शहर में बाहरी लोगों की हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और कोई भी संदिग्ध हरकत सामने आने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
यह अभियान बताता है कि रायगढ़ पुलिस किसी भी आंतरिक या बाहरी खतरे को नजरअंदाज नहीं करने वाली, और अब शहर में बिना पहचान के डेरा डालना आसान नहीं होगा।
