बच्चों और पूर्व सैनिकों की वेबसाइट्स बनीं साइबर युद्ध का निशाना — क्या पाकिस्तान डिजिटल मर्यादा भी खो चुका है?

पाकिस्तानी प्रायोजित हैकर समूहों ने भारत के खिलाफ एक नई साइबर साज़िश को अंजाम देने की कोशिश की, लेकिन भारतीय साइबर एजेंसियों की सतर्कता से उनका मंसूबा नाकाम हो गया। गुरुवार को, इन समूहों ने बच्चों, पूर्व सैनिकों और कल्याण सेवाओं से जुड़ी वेबसाइट्स को निशाना बनाया।

खबर है कि “Cyber Group HOAX1337” और “National Cyber Crew” नामक हैकर ग्रुप्स ने आर्मी पब्लिक स्कूल, नागरोटा और सुंजवां की वेबसाइट्स को हैक करने की कोशिश की। इन पर पाहलगाम हमले के पीड़ितों का मज़ाक उड़ाते हुए भड़काऊ कंटेंट अपलोड करने की कोशिश की गई थी। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी।

“मूल्यहीनता की पराकाष्ठा”

एक वरिष्ठ साइबर सुरक्षा अधिकारी ने ANI को बताया, “बच्चों और पूर्व सैनिकों की वेबसाइट्स को निशाना बनाना पाकिस्तान की बौखलाहट और नैतिक पतन का प्रमाण है।”
हैकरों ने पूर्व सैनिकों की स्वास्थ्य सेवा पोर्टल को भी डिफेस किया — यह समाज के सबसे संवेदनशील वर्ग को मानसिक रूप से प्रभावित करने की साज़िश मानी जा रही है।

इसके अलावा, आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट और एयरफोर्स वेटरन्स सर्विस पोर्टल्स को भी निशाना बनाने की कोशिश की गई। 29 अप्रैल को, “IOK Hacker” नामक समूह — जिसे “Internet of Khilafah” के नाम से जाना जाता है — ने कई भारतीय कल्याण और शैक्षणिक प्लेटफॉर्म्स को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की।

संगठित साइबर हमला

इंटेलिजेंस एजेंसियों के मुताबिक, कुल चार प्रमुख साइबर घटनाएं दर्ज की गईं। इनमें APS श्रीनगर और APS रानीखेत पर प्रोपेगंडा हमले शामिल हैं। APS श्रीनगर को DDoS अटैक का भी सामना करना पड़ा। इसके साथ ही, AWHO और IAF प्लेसमेंट पोर्टल पर भी सेंधमारी की कोशिश नाकाम की गई।

सभी सिस्टम्स को तत्काल आइसोलेट और सुरक्षित कर लिया गया। किसी भी संवेदनशील या गोपनीय जानकारी के लीक होने की पुष्टि नहीं हुई है। सभी वेबसाइट्स को पुनः चालू कर, उन्नत सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू कर दिए गए हैं।

सीमा पर भी तनाव बरकरार

इस बीच, एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से लगातार आठवें दिन गोलीबारी जारी रही। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुला, पुंछ, नौशेरा और अखनूर सेक्टर्स में पाकिस्तान की तरफ से छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई।

भारतीय सेना ने इस अकारण और उकसावेभरे हमले का जवाब संयमित और संतुलित तरीके से दिया।

पाहलगाम आतंकी हमला — पृष्ठभूमि

22 अप्रैल को, heavily armed आतंकियों ने बैसारन घाटी में पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर हमला कर दिया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें 25 पर्यटक थे। इस हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है।

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