बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एनसीसी कैंप के दौरान जबरन नमाज पढ़वाने का गंभीर मामला सामने आया है। इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कोटा थाना क्षेत्र के शिवतराई गांव में 26 मार्च से 1 अप्रैल तक एक एनसीसी कैंप आयोजित किया गया था। इस कैंप में कुल 159 छात्र शामिल थे, जिनमें केवल 4 छात्र मुस्लिम समुदाय से थे, जबकि शेष 155 छात्र गैर-मुस्लिम थे। आरोप है कि इन छात्रों पर शिक्षकों द्वारा जबरन नमाज अदा करने का दबाव डाला गया।

मामले की जानकारी मिलते ही कोटा पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आठ आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें सात शिक्षक – प्रोफेसर दिलीप झा, डॉ. मधुलिका सिंह, डॉ. ज्योति वर्मा, डॉ. नीरज कुमारी, डॉ. प्रशांत वैष्णव, डॉ. सूर्यभान सिंह, डॉ. बसंत कुमार – और एक छात्र नेता टीम कोर लीडर आयुष्मान चौधरी शामिल हैं।
यह मामला ऐसे समय पर सामने आया है जब देश में पहले से ही पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद धार्मिक तनाव की स्थिति बनी हुई है। पहलगाम हमले में आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी और मारने से पहले उनका धर्म पूछा था।
इस पृष्ठभूमि में बिलासपुर की घटना ने सोशल मीडिया पर भारी गुस्सा पैदा कर दिया है। स्थानीय संगठनों और विद्यार्थियों ने इस घटना का कड़ा विरोध करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
