दुर्ग में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन – बीजेपी और सीबीआई का पुतला दहन

दुर्ग। छत्तीसगढ़ में सीबीआई छापों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी दुर्ग ग्रामीण के अध्यक्ष राकेश ठाकुर के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और सीबीआई का पुतला दहन किया। कांग्रेस नेताओं ने इस छापेमारी को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया और इसे विपक्षी नेताओं को डराने की साजिश बताया।

सीबीआई छापे पर कांग्रेस का आरोप

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधायक देवेंद्र यादव के ठिकानों पर सीबीआई का छापा छत्तीसगढ़िया नेतृत्व को दबाने और डराने का प्रयास है। कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है और विपक्षी दलों के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने की साजिश रच रही है।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा –

“पूर्व में आदिवासी नेता कवासी लखमा को झूठे आरोपों में जेल भेजना और अब भूपेश बघेल पर ईडी-सीबीआई की छापेमारी यह साबित करता है कि भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ को अपने उद्योगपति मित्रों के लिए तैयार कर रही है।”

भाजपा सरकार पर निशाना

राकेश ठाकुर ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 15 महीने की विष्णु देव सरकार के पास कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। इसीलिए जनता का ध्यान भटकाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने कार्रवाई दिखाने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है।

प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल

इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता थे –

  • गया पटेल (शहर अध्यक्ष, दुर्ग)
  • पूर्व विधायक अरुण वोरा
  • राजेंद्र साहू (प्रदेश कांग्रेस कमेटी महामंत्री)
  • सचिव अय्यूब खान
  • पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल
  • जनपद उपाध्यक्ष राकेश साहू
  • पूर्व अध्यक्ष जनपद पंचायत दुर्ग देवेंद्र देशमुख
  • पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू

इसके अलावा सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

कांग्रेस का क्या कहना है?

कांग्रेस का मानना है कि भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ में विपक्षी नेताओं को कमजोर करने के लिए सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। पार्टी का कहना है कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे और भाजपा की इस रणनीति के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।

क्या होगा आगे?

अब देखना होगा कि भूपेश बघेल और अन्य कांग्रेस नेताओं पर छापेमारी के बाद राजनीतिक माहौल क्या मोड़ लेता है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश की, तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।