पटना: बिहार राज्य के 113वें स्थापना दिवस को खास बनाने के लिए राजधानी पटना का गांधी मैदान दुल्हन की तरह सजाया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कला, संस्कृति और परंपरागत उद्योगों की झलक देखने को मिलेगी। देशभर से आए कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां इस आयोजन को और खास बनाएंगी। इसके अलावा, रवींद्र भवन और श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार दिवस के अवसर पर बिहारवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती बिहार के सभी भाई-बहनों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं। बिहार अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के मेहनती और प्रतिभाशाली लोगों की अहम भागीदारी है।”

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जलवा
22 मार्च की शाम प्रसिद्ध गायक अभिजीत भट्टाचार्य अपने गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध करेंगे। 23 मार्च को गायिका रितिका राज और प्रतिभा सिंह बघेल अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगी। 24 मार्च को पार्श्व गायक सलमान अली अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं, रवींद्र भवन में ध्रुपद गायक पंडित जगत नारायण पाठक, कथक नृत्यांगना प्राची पल्लवी और भिखारी ठाकुर रंगमंडल की ओर से नाटक मंचन किया जाएगा।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गांधी मैदान को चार सेक्टरों में बांटकर 65 दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। महिला पुलिस बल, लाठी बल और गश्ती दल मुस्तैद रहेंगे। मैदान में हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं और आपातकालीन सेवाओं के लिए एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की व्यवस्था की गई है।
पुस्तक मेला और व्यंजन मेला
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा पुस्तक मेले का आयोजन किया गया है, जहां साहित्यकारों के साथ संवाद और काव्य पाठ होगा। वहीं, व्यंजन मेले में बिहार के पारंपरिक स्वाद का आनंद उठाया जा सकेगा।
उद्योग और कला की झलक
गांधी मैदान में हस्तकरघा, वस्त्र उद्योग और अन्य उद्योगों की प्रदर्शनी लगेगी। भागलपुरी सिल्क, तसर, कोसा, सूती वस्त्रों के साथ मिथिला पेंटिंग, टिकुली पेंटिंग, टेराकोटा, मंजूषा कला और अन्य पारंपरिक कलाओं की झलक देखने को मिलेगी।
बिहार सरकार की विकास योजनाओं का प्रदर्शन
सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न स्टॉल लगाए गए हैं। जीविका द्वारा 12 स्टॉल और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा एक विशेष स्टॉल लगाया गया है, जहां विभाग के कार्यों की जानकारी दी जाएगी। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विभिन्न सामाजिक विषयों पर संदेश दिए जाएंगे।
बिहार दिवस समारोह को यादगार बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह आयोजन राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और विकास की दिशा में उठाए गए कदमों को प्रदर्शित करने का अनूठा अवसर होगा।
