रायपुर: छत्तीसगढ़ में पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यह मुद्दा विधानसभा में भी गूंजने लगा है। कांग्रेस विधायक द्वारिकाधीश ने पुलिस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि क्या केवल आरक्षक ही गड़बड़ी कर सकते हैं? बड़े अधिकारियों की भूमिका की जांच क्यों नहीं हो रही?
कांग्रेस विधायक का बड़ा सवाल
कांग्रेस विधायक ने विधानसभा में कहा कि बिलासपुर और राजनांदगांव जिलों में भर्ती प्रक्रिया को लेकर शिकायतें मिली हैं। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि क्या पुलिस भर्ती में सिर्फ आरक्षक ही हेराफेरी कर सकते हैं? यदि भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई है, तो बड़े अधिकारियों की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।

गृह मंत्री विजय शर्मा ने दिया जवाब
गृह मंत्री विजय शर्मा ने कांग्रेस विधायक के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राजनांदगांव में एक शिकायत पुलिस उप अधीक्षक द्वारा दर्ज कराई गई थी। वहीं, बिलासपुर में दो शिकायतें आई थीं, जिनमें से एक न्यायालय तक पहुंची। पूरे प्रदेश में 5900 कांस्टेबल भर्ती की प्रक्रिया जारी है, और राजनांदगांव में शिकायत के आधार पर परीक्षा निरस्त की गई थी।
उन्होंने बताया कि पांच सदस्यीय टीम से इस मामले की जांच कराई जा रही है। अब तक 95,000 वीडियो की जांच में 129 प्रकरण सामने आए हैं, जिन पर न्यायालय में याचिका दायर की गई है।
गृह मंत्री का विपक्ष पर तंज
गृह मंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “दो दिनों से देख रहा हूं कि विपक्ष का केंद्रीय एजेंसियों पर विश्वास बढ़ गया है।” उन्होंने कहा कि यह वही भर्ती प्रक्रिया है, जिसे कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पूरा नहीं किया गया था।
विधायक चतुरी नंद का आरोप – पुलिस भर्ती में हुई गड़बड़ी से युवक ने की आत्महत्या
विधायक चतुरी नंद ने पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का एक और मामला उठाते हुए कहा कि उनके क्षेत्र के एक युवक ने भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने अधिकारियों पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया।
16 आरोपी जेल में, दोषियों पर होगी कार्रवाई – गृह मंत्री
गृह मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि अब तक 16 लोग जेल में भेजे जा चुके हैं, और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें सजा मिलेगी। सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
