रायपुर, 4 मई 2025: 1 मई को आए भीषण तूफान ने छत्तीसगढ़ में बिजली आपूर्ति को बुरी तरह प्रभावित किया। तूफान के कारण राज्य के कई जिलों में बिजली के खंभे टूट गए और बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और जगदलपुर जैसे बड़े शहरों में पेड़ उखड़ने और बिजली लाइनों पर गिरने से 1,000 से ज्यादा खंभे क्षतिग्रस्त हो गए।
तूफान के कारण 1,217 बिजली लाइनों को नुकसान पहुंचा, जिससे कई फीडरों से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिजली आपूर्ति को जल्द से जल्द बहाल किया जाए, और वे खुद इसकी प्रगति की निगरानी कर रहे हैं।

ऊर्जा सचिव और वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक भीम सिंह कंवर ने जानकारी दी कि तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है, हालांकि गांवों और खेतों में नुकसान का आंकलन अभी जारी है। तूफान के बाद विभाग ने तुरंत मरम्मत कार्य शुरू किया, और क्षेत्रीय अधिकारियों तथा स्थानीय प्रशासन की मदद से अवरोधों को हटाया गया।
रायपुर, धमतरी, महासमुंद, बलौदाबाजार-भाटापारा, और गरियाबंद जिलों में मुख्य रूप से नुकसान हुआ। इनमें से हथबंध सबस्टेशन में भी क्षति आई, जिसे 24 घंटे के भीतर ठीक किया गया। जगदलपुर, राजनांदगांव और खैरागढ़ जैसे क्षेत्रों में भी तूफान का बड़ा असर पड़ा, जहां कई लो-टेंशन लाइनों और 33 केवी खंभों को नुकसान हुआ।
हालांकि, प्रशासन ने आबादी वाले इलाकों में बिजली आपूर्ति को प्राथमिकता दी और उन्हें जल्द बहाल किया। अब भी, ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति और कृषि कनेक्शनों को पहले ठीक किया जा रहा है।
यह तूफान छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ी आपातकालीन स्थिति साबित हुआ, जिसमें बिजली आपूर्ति के साथ-साथ अन्य संसाधनों का भी भारी नुकसान हुआ है।
