रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होने की उम्मीद है। यह पेशी राज्य के कथित शराब घोटाले से जुड़ी जांच का हिस्सा है।
12 घंटे की रेड, 33 लाख की बरामदगी
ईडी ने 10 मार्च को 12 घंटे तक छापेमारी की थी, जिसमें अधिकारियों ने कथित तौर पर ₹33 लाख से अधिक नकद बरामद किए थे। यह मामला आबकारी विभाग में हुई अनियमितताओं से जुड़ा है, जिसमें वित्तीय लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच की जा रही है।

भूपेश बघेल का बीजेपी पर हमला
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है।
राजनीतिक तनाव चरम पर
इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। जहां बीजेपी सरकार इस जांच को सही ठहरा रही है, वहीं कांग्रेस इसे प्रतिशोध की राजनीति करार दे रही है।
ईडी की पूछताछ पर टिकी निगाहें
चैतन्य बघेल की ईडी के सामने पेशी अहम मानी जा रही है, क्योंकि आगे की पूछताछ में मामले से जुड़े महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि ईडी की जांच में क्या नए तथ्य सामने आते हैं।
