छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, नक्सलियों के सहयोगी की गिरफ्तारी

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी (छत्तीसगढ़) – सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता मिली है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और राज्य पुलिस के संयुक्त अभियान में एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जो कथित रूप से नक्सलियों के लिए काम कर रहा था।

अधिकारियों के अनुसार, आईटीबीपी की 27वीं बटालियन और जिला पुलिस ने कांकेर जिले के निवासी मोहन गावड़े को गिरफ्तार किया। वह नक्सलियों को सहायता पहुंचाने और स्थानीय संचालकों से रंगदारी वसूलने में उनकी मदद करने का काम करता था।

नक्सल गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए ऑपरेशन तेज

आईटीबीपी कमांडेंट विवेक कुमार पांडे और पुलिस अधीक्षक वाईपी सिंह ने जानकारी दी कि महाराष्ट्र की सीमा से लगे इस क्षेत्र को वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) से मुक्त करने के लिए सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने मोहन गावड़े के पास से एक मोबाइल फोन जब्त किया, जिसमें नक्सली संगठनों से जुड़े कई दस्तावेज मिले हैं। इससे पहले भी नक्सलियों के चार अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

ट्रैक्टर और ट्राली से खुला राज

अधिकारियों ने बताया कि 8 नवंबर 2024 को मदनवाड़ा थाना क्षेत्र में एक लाल रंग का ट्रैक्टर और दोपहिया ट्राली संदिग्ध अवस्था में मिली थी। जब पुलिस ने ट्रैक्टर चालक मोहन गावड़े से पूछताछ की, तो पता चला कि यह ट्राली पहले से गिरफ्तार नक्सली सहयोगी अरविंद तुलावी के पास थी।

जांच में खुलासा हुआ कि मोहन गावड़े इस ट्राली को किराए पर चलाकर उससे कमाए गए पैसे नक्सलियों तक पहुंचाता था। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।

अन्य संदिग्धों की तलाश जारी

सुरक्षाबलों ने बताया कि मोहन गावड़े से पूछताछ जारी है और अन्य नक्सली सहयोगियों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने क्षेत्र में अभियान तेज कर दिया है, जिससे नक्सल गतिविधियों पर पूरी तरह लगाम लगाई जा सके।

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