आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को साफ कर दिया कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी और कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा, “आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।”
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के तहत सीट साझा करने को लेकर चर्चाओं की खबरें चल रही थीं। इससे पहले भी केजरीवाल ने साफ किया था कि उनकी पार्टी का दिल्ली में गठबंधन करने का कोई इरादा नहीं है। आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश में है।
इस बीच, AAP ने सोमवार को दिल्ली चुनाव के लिए अपनी दूसरी सूची जारी की, जिसमें 20 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने इस बार 17 वर्तमान विधायकों को टिकट न देकर नए चेहरों पर दांव लगाया है। हालांकि, तीन प्रमुख चेहरों को फिर से मौका दिया गया है—मनीष सिसोदिया, राखी बिड़ला और दीपु चौधरी। मनीष सिसोदिया को इस बार जंगपुरा सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है, जबकि उनकी पुरानी सीट पटपड़गंज से शिक्षाविद अवध ओझा को टिकट दिया गया है।
कांग्रेस, जो दिल्ली में 15 वर्षों तक सत्ता में रही, पिछले दो विधानसभा चुनावों में कोई सीट नहीं जीत सकी है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा कि दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए केजरीवाल जिम्मेदार हैं। यादव ने मांग की कि जिस तरह केजरीवाल ने निर्भया मामले के समय पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से इस्तीफा मांगा था, उसी तरह उन्हें मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी से इस्तीफा मांगना चाहिए।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत में होने की उम्मीद है। 2020 के चुनाव में AAP ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा ने 8 सीटें हासिल की थीं।