छत्तीसगढ़ में सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर राज्य सरकार के नए आदेश से नाराज हैं, जिसके तहत सरकारी डॉक्टरों के निजी अस्पतालों में प्रैक्टिस करने पर रोक लगा दी गई है। इस आदेश के बाद राज्य भर में डॉक्टरों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है। पिछले 10 दिनों में दुर्ग और राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के 13 डॉक्टरों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा रायगढ़ और राजनांदगांव में सामूहिक इस्तीफे की भी चर्चा है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि सरकार ने कोई नया नियम लागू नहीं किया है, बल्कि पहले से जारी नियमों का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों से बातचीत कर बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है।
इस मामले पर छत्तीसगढ़ डॉक्टर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष हीरा लोधी का कहना है कि सरकार नॉन-प्रैक्टिस अलाउंस न लेने वाले डॉक्टरों पर भी सख्ती कर रही है और उन्हें भी निजी अस्पतालों में सेवाएं देने से रोका जा रहा है। डॉक्टरों ने सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है।
सरकार और डॉक्टरों के बीच इस तनावपूर्ण स्थिति के कारण राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही आपसी तालमेल से समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।