कवर्धा हिंसा मामले में कांग्रेस का छत्तीसगढ़ बंद, व्यापारियों ने नहीं दिया समर्थन

कवर्धा हिंसा के विरोध में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है। 21 सितंबर, शनिवार को पूरे प्रदेश में बंद रखने की बात कही गई है। कांग्रेस का कहना है कि कवर्धा में हुई हिंसक घटनाओं और बढ़ती असुरक्षा के खिलाफ यह बंद आयोजित किया जा रहा है।

हालांकि, इस बंद को व्यापारियों से समर्थन नहीं मिल रहा है। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स की बैठक में यह फैसला लिया गया कि व्यापारी इस बंद का समर्थन नहीं करेंगे और सामान्य रूप से अपना कारोबार जारी रखेंगे। चेम्बर ऑफ कॉमर्स का कहना है कि व्यापारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह निर्णय लिया है।

कांग्रेस द्वारा बुलाए गए इस बंद के चलते प्रदेश के कई इलाकों में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। कवर्धा हिंसा ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है, और कांग्रेस इसे बड़ा मुद्दा बना रही है। वहीं, व्यापारियों का कहना है कि उनका कामकाज पहले से ही प्रभावित है और इस तरह के बंद से उन्हें आर्थिक नुकसान हो सकता है।

अब देखना होगा कि इस बंद का प्रदेश में कितना असर पड़ता है और क्या यह कांग्रेस के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने में सफल होता है।