महाराष्ट्र में 10 दिनों का गणेश उत्सव शनिवार से धूमधाम से शुरू हो गया। श्रद्धालु बड़ी उत्सुकता के साथ भगवान गणेश की मूर्तियों को अपने घरों और सार्वजनिक पंडालों में स्थापित कर रहे हैं। घरों से लेकर गलियों तक, हर जगह “गणपति बप्पा मोरया” के जयकारे और ढोल-ताशों की धुन सुनाई दे रही है।
सुबह से ही परिवार के सभी सदस्य, बच्चे और बुजुर्ग, भगवान गणेश की मूर्ति लेने के लिए घरों से निकले और ऑटोरिक्शा, कारों आदि वाहनों में मूर्तियों को लेकर आए। कई मंडल (समूह) जिन्होंने पहले ही अपने गणपति को धूमधाम से लाया था, ने पारंपरिक ढोल-ताशा के साथ भव्य जुलूस निकाले।
गणेशोत्सव की तैयारियों के लिए लोग बाजारों में फूल, सब्जियां, मिठाइयां और पूजा का सामान खरीदने उमड़ पड़े। मिठाई की दुकानों और सड़क किनारे लगी दुकानों पर भीड़ लगी रही। मुंबई सहित पूरे राज्य में इस उत्सव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। कई राजनेता और बॉलीवुड हस्तियां भी हर साल अपने घरों में गणपति की मूर्ति स्थापित करते हैं।
मुंबई पुलिस ने भी त्योहार के सुचारू संचालन के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि शहर में लगभग 15,000 पुलिसकर्मी, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं, तैनात किए गए हैं। इस सुरक्षा व्यवस्था में 32 पुलिस उपायुक्त, 45 सहायक पुलिस आयुक्त, 2,435 अधिकारी, 12,420 कांस्टेबल, होम गार्ड और अन्य बलों के जवान शामिल हैं।
मुंबई में 2,500 से अधिक गणेश मंडल और अनगिनत घर इस उत्सव में भाग ले रहे हैं। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) को शुक्रवार तक 3,358 गणेश मंडलों से आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2,635 को अनुमति दी गई है। लालबाग, परेल, गिरगांव, अंधेरी, चेंबूर और फोर्ट जैसे लोकप्रिय क्षेत्रों को रंग-बिरंगी रोशनियों से सजा दिया गया है, जिससे उत्सव का माहौल और भी रंगीन हो गया है।
गणेशोत्सव की यह उमंग अगले 10 दिनों तक पूरे राज्य में देखने को मिलेगी, और श्रद्धालु गणपति बप्पा से सुख-समृद्धि और शांति की कामना करेंगे।