Sansad Diary: PM Modi ने कराया मंत्रियों का परिचय, पहले दिन ही हुआ लोकसभा में हंगामा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक महत्वपूर्ण संसदीय कदम के तहत बुधवार को लोकसभा में अपने नवगठित मंत्रिपरिषद का परिचय कराया। प्रधान मंत्री मोदी ने औपचारिक रूप से अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को संसद के निचले सदन में प्रस्तुत किया, जिससे उनके आधिकारिक कर्तव्यों की शुरुआत हुई। मोदी ने निचले सदन में केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्रियों का परिचय कराया। बाद में स्पीकर ओम बिरला ने 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को याद करते हुए कहा कि सदन इसकी कड़ी निंदा करता है।

उन्होंने उन लोगों के दृढ़ संकल्प की सराहना की जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया, उसके अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और लोकतंत्र की रक्षा की जिम्मेदारी को बरकरार रखा। बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि यह दिन भारत के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था, जिसे उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान पर हमला बताया। अध्यक्ष ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत की प्रतिष्ठा को रेखांकित किया, इसके मूल्यों पर प्रकाश डाला जो बहस और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का समर्थन करते हैं।

बिरला की टिप्पणी के दौरान, कांग्रेस सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाकर विरोध जताया और उस पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया। सदन ने आपातकाल के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों की याद में कुछ क्षण का मौन भी रखा। इसके बाद, सदन ने आपातकाल लगाए जाने की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव अपनाया और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव सहित विभिन्न नेताओं ने बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि उनकी अध्यक्षता में 18वीं लोकसभा में सुचारू कामकाज होगा तथा देश की आशाओं एवं आकांक्षाओं को पूरा करने में उनकी बड़ी भूमिका होगी। 

राजस्थान के कोटा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बिरला को लगातार दूसरी बार लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू अध्यक्षीय आसन तक लेकर गए। इसके बाद बिरला को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आप दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं, यह इस सदन का सौभाग्य है। अठारहवीं लोकसभा में अध्यक्ष का कार्यभार दूसरी बार संभालना, अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है। आपको और पूरे सदन को मेरी तरफ से बधाई और शुभकामनाएं।’’ 

लोकसभा में विपक्षी दलों के नेताओं ने बुधवार को नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह विपक्ष को सदन में आवाज उठाने का पर्याप्त अवसर देंगे। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बिरला को बधाई देते हुए कहा, ‘‘मैं आपके दूसरी बार अध्यक्ष चुने जाने पर आपको बधाई देना चाहता हूं। मैं पूरे विपक्ष की ओर से, ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से आपको बधाई देना चाहता हूं।’’ गांधी ने कहा, ‘‘अध्यक्ष महोदय, यह सदन भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और आप उस आवाज के संरक्षक हैं। निस्संदेह, सरकार के पास सत्ता की शक्ति है लेकिन विपक्ष भी भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है।’’ 

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिरला को बधाई दी और उम्मीद जताई कि उनका ‘अंकुश’ विपक्ष के साथ साथ सत्तापक्ष पर भी रहेगा तथा निष्कासन जैसी कार्रवाई नहीं होगी। उत्तर प्रदेश के कन्नौज से लोकसभा सदस्य यादव ने कहा, ‘‘जिस पद पर आप बैठे हैं उससे बहुत गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं। हम सब यही मानते हैं कि यह बिना भेदभाव के आगे बढ़ेगा और लोकसभा अध्यक्ष के रूप में आप हर सांसद और हर दल को बराबरी से मौका देंगे।’’ 

तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने भी बिरला को बधाई दी। उन्होंने कहा ‘‘मेरी यह धारणा बनी है कि आधिकारिक रूप से नेता प्रतिपक्ष नहीं होने पर सदन सही ढंग से नहीं चलता। हम खुश हैं कि देश को नेता प्रतिपक्ष मिल गया है।’’ उन्होंने बिरला से कहा, ‘‘आपकी नीयत अच्छी हो सकती है, लेकिन कभी कभी आपको सत्तापक्ष के दबाव के आगे झुकना पड़ जाता है… 146 सांसदों का निलंबन एक दिन में हुआ है।’’ बंदोपाध्याय ने कहा कि सत्तापक्ष को यह प्रयास करना होगा कि सदन सुचारू रूप से चले। द्रविड़ मुनेत्र कषगम के टी आर बालू ने कहा, ‘‘मैं आपसे निष्पक्ष और निरपेक्ष रहने का अनुरोध करता हूं।’’