नूंह हिंसा : सोशल मीडिया पर भड़काऊ विडियो डालने वाला बिट्टू बजरंगी फरीदाबाद से गिरफ्तार

नई दिल्ली। नूंह हिंसा से जुड़े केस में बिट्‌टू बजरंगी को फरीदाबाद स्थित उसके घर से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर सरकारी काम में बाधा डालने, हथियार छीनने और पुलिस से बदतमीजी करने का आरोप लगा है। नूंह में ब्रजमंडल यात्रा से पहले बिट्‌टू बजरंगी ने कई भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर डाले थे। इस मामले में उस पर केस दर्ज हुआ था। हालांकि उसे जमानत पर छोड़ दिया गया था। इसके बाद से बिट्‌टू की गिरफ्तारी के लिए सोशल मीडिया पर मांग की जा रही थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बिट्‌टू को नूंह जिले के तावडू थाने की क्राइम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (CIA) ने गिरफ्तार किया है।

नूंह पुलिस के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा के बाद सदर थाने में IPC की धारा 148,149, 332, 353, 186, 395, 397, 506 और आर्म्स एक्ट के तहत एसीपी उषा कुंडू की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद पुलिस टीमों ने हिंसा से जुड़े वीडियो की जांच भी की। इस एफआईआर के आधार पर ही बिट्‌टू की गिरफ्तारी हुई।

31 जुलाई से पहले सोशल मीडिया पर बिट्‌टू बजरंगी का वीडियो वायरल हुआ था। बजरंगी पर आरोप है कि उसने मेवात के मुस्लिमों से कहा था कि मैं ससुराल आ रहा हूं, अपने जीजा का स्वागत नहीं करोगे क्या? दरअसल विश्व हिंदू परिषद यात्रा पर पथराव होने के बाद नूंह में हिंसा शुरू हुई थी।

वायरल वीडियो में बिट्‌टू ने कहा, ‘उनको पूरी लोकेशन दे दो, मैं कहां-कहां आ रहा हूं। नहीं तो बाद में बोलेंगे, बताया नहीं कि हम आए और मुलाकात नहीं हुई। इसलिए हम पूरी लोकेशन दे रहे हैं। हमारे लिए फूल माला तैयार रखना’। “ये बोलेंगे कि बताया नहीं कि हम ससुराल आए और मुलाकात नहीं हुई, फूल माला तैयार रखना, जीजा आ रहे हैं। बिल्कुल 150 गाड़ियां हैं” 

वीडियो के दौरान बिट्‌टू बजरंगी अपने समर्थकों को भी दिखाता है। बिट्‌टू बजरंगी कहता है कि वह इस वक्त फरीदाबाद के पाली में है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि बिट्‌टू का ये वीडियो हिंसा वाले दिन यानी 31 जुलाई की सुबह का है।

नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी। इसी दौरान तिरंगा चौक पर हिंसा शुरू हो गई। यहां यात्रा पर पथराव हुआ। दंगाईयों ने यात्रा में आए लोगों की गाड़ियों से जमकर तोड़फोड़ की और आग लगा दी। इसके अलावा दुकानों में भी लूटपाट कर आग लगा दी गई। नूंह हिंसा का असर गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, रेवाड़ी और पानीपत में हिंसक और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं।