नई दिल्ली। हरियाणा के नूंह में दो संप्रदायों के बीच टकराव और जबरदस्त हिंसा के पीछे कारण नासिर-जुनैद हत्याकांड का प्रतिशोध माना जा रहा है। इस हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त मोनू मानेसर ने 31 जुलाई को निकाले जाने वाली ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होने का दावा किया था। अभियुक्त को गिरफ्तार करने पुलिस मौके पर पहुंची थी, लेकिन मोनू नहीं आया। संभवतः हत्या का प्रतिशोध लेने एक संप्रदाय के लोग भी पहुंच गए थे। इसी दौरान दोनों गुटों में बहस हुई जिसने जबरदस्त हिंसा का रूप ले लिया। हिंसा के दौरान वाहनों में आगजनी, लूटपाट, पुलिस पर हमले की खबरें सामने आ रही है।
बता दें इसी साल 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो गाड़ी में 2 जली हुई लाशें मिली थीं। छानबीन में पता चला कि यह लाशें राजस्थान के गोपालगढ़ के जुनैद और नासिर की थीं। यह भी पता चला कि उन्हें हरियाणा के कुछ गौरक्षकों ने मिलकर किडनैप किया था। फिर जमकर मारपीट करने के बाद थाने ले गए। हालांकि नासिर-जुनैद की हालत खराब होने की वजह से पुलिस ने कस्टडी में लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद आरोपी पकड़े न जाएं, इसलिए उन्होंने दोनों को भिवानी के लोहारू में बोलेरो गाड़ी में जिंदा जला दिया। इसमें कई गौरक्षकों के नाम सामने आए, जिसमें सबसे प्रमुख नाम मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव का था। हालांकि मोनू ने एक वीडियो जारी करके इनकी हत्या में हाथ होने से इनकार कर दिया था।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की तरफ से हर साल नूंह इलाके में ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाती है। यह यात्रा नूंह से शुरू होती है और इसका समापन फिरोजपुर झिरका के गांव सिगार में होता है। 31 जुलाई सोमवार सुबह बजरंग दल और गौरक्षा दल ने हरी झंडी दिखाकर नूंह से यात्रा को रवाना किया।
इससे एक दिन पहले नासिर-जुनैद हत्या के मुख्य अभियुक्त मोनू मानेसर ने एक विडियो जारी कर यात्रा में शामिल होने का दावा किया था। विडियो में कहा था – ”जय गौमाता, जय श्रीराम, मैं आपका भाई मोनू मानेसर, बजरंग दल प्रांत गौरक्षा प्रमुख, हरियाणा से। सभी भाइयों को बड़ी खुशी के साथ बताया जा रहा है कि 31 जुलाई 2023 दिन सोमवार को मेवात ब्रजमंडल यात्रा है। सभी भाई बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मेवात के सभी मंदिरों में जाएं। ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाएं। हम खुद यात्रा में शामिल रहेंगे। हमारी पूरी टीम इस यात्रा में शामिल होगी।”
सोमवार दोपहर को सबसे पहले तिरंगा पार्क के पास हिंसा भड़की जिसने देखते ही देखते पूरे नूंह शहर को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान पुराना बस स्टैंड, होटल बाइपास, मेन बाजार, अनाज मंडी और गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर एक के बाद एक गाड़ियां फूंक दी गई।
नूंह स्थित गुरुग्राम-अलवर नेशनल हाइवे पर हीरो कंपनी के शोरूम से उपद्रवियों ने 200 बाइक लूट ली। सुनील मोटर्स के मालिक सुनील ने बताया कि हजारों की संख्या में उपद्रवी अंदर घुसे और बाइक लेकर फरार हो गए। इसी रास्ते पर सुबह सबसे पहले हिंसा हुई थी।
दोपहर तक 40 से ज्यादा वाहनों में आगजनी और तोड़फोड़ हो गई। इनमें कारों के अलावा बसें, बाइक, स्कूटी और दूसरे वाहन शामिल रहे। गाड़ियों में लगाई गई आग की वजह से नूंह शहर के आसमान में धुआं ही धुआं नजर आने लगा।
गुरुग्राम पहुंचे उपद्रवियों ने सोहना में एक गाड़ी को फूंक दिया गया। इतना ही नहीं दो गाड़ियों पर छतों पर बैठी महिलाओं ने जबरदस्त पथराव कर दिया। हिंसा शुरू होते ही व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दी। गुरुग्राम के DCP ईस्ट नीतीश अग्रवाल ने कहा कि स्थिति कंट्रोल में है। पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।