भारतीय वन कानून में किए गए फेरबदल के विरोध में वनवासी सड़क पर उतर आए है। संशोधन के विरोध में राजनांदगांव के मानपुर-मोहला से प्रारंभ पद यात्रा शुक्रवार की रात दुर्ग पहुंची। यात्रा 18 नवंबर को प्रदेश की राजधानी रायपुर पहुंचेगी और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। भारतीय वन कानून में संशोधन के विरोध में मोहला मानपुर से निकाली गई वन स्वराज पदयात्रा व रैली का संयुक्त नेतृत्व सुरजू टेकाम व सुदेश टीकम कर रहे है। वनवासियों ने बताया है कि केंद्र शासित भाजपा सरकार द्वारा सभी राज्य सरकारों को भारतीय वन कानून में संशोधन करने का प्रस्ताव भेजा गया है। इस संशोधन के लागू होने से वन विभाग के अधिकारी बेलगाम हो जाएगें और वन रक्षा के नाम पर वनवासियों पर अत्याचार करेंगे। कानून के लागू होने से वन अधिकारियों को गोली चलाने का अधिकार भी मिल जाएगा और उसके खिलाफ किसी प्रकार की आपराधिक कार्रवाई भी नहीं की जा सकेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि इस संशोधन को लागू कर जंगलवासियों को हटाकर वन क्षेत्रों को निजी कंपनियों के हाथ में सौंप कर मुनाफा कमाने के योजना सरकार बना रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार शीर्ष अदालत में इस संशोधन के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर खामोश है।