करियर गाइडेंस कार्यशाला : आईएएस सुरूचि सिंह ने बताया आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प ही है सफलता की कुंजी

बेमेतरा (छत्तीसगढ़) अजीत राजपूत। आज जिले के समाधान महाविद्यालय एवं समाधान आईटीआई में करियर गाइडेंस पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि बेमेतरा एसडीएम सुरूचि सिंह उपस्थित थीं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा आईएएस बनना असंभव नहीं है, बस आप असफलता से डरे नहीं। सफलता के लिए आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ प्रयास करते रहें।

महाविद्यालय के डायरेक्टर ने मुख्य अतिथि का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए समर कैंप के आयोजन का संक्षिप्त परिचय दिया और बताया कि यह हमारे द्वारा किया गया सातवां आयोजन हैं जिसमें 12वीं के छात्र-छात्राओं को कैरियर गाइडेंस, स्पोकन इंग्लिश, माइंड मेमोरी एवं बेसिक कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जाता हैं।

छात्रों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसडीएम सुरुचि सिंह ने कहा कि आप सभी विद्यार्थियों से अनौपचारिक रूप से बात करना चाहती हूं। आप लोगों को जिस विषय व क्षेत्र में रूचि तथा लग्न हैं, उसे पूरी ईमानदारी पूर्वक कार्य कर उस पर सफलता प्राप्त किया जा सकता हैं। उन्हें आईएएस बनने में चार वर्ष का समय लगा। उन्होंने कहा कि आप अपने कैरियर के बारे में गंभीर रूप से सोचना प्रारंभ कर दीजिए और जो भी कार्य करें, उसे आधे मन से न करें बल्कि उस कार्य को पूरे मन और लगन के साथ कीजिए, तभी सफलता हासिल होगी।

उन्होंने कहा जीवन में असफलता बड़ी सीख दे जाती हैं, असफलता से ही व्यक्ति सशक्त होता है। जीवन में बड़ी व सार्थक सोच ही सफलता का आधार हैं। आप अपने लोगों से बात कीजिए कि, वह अपने जीवन में क्या बनना चाहते हैं। जीवन में कभी भी फेल होने का डर नहीं होना चाहिए।
आईएएस सूरूचि सिंह ने कहा फेल होने का डर नहीं होना चाहिए,,‌फायर होना चाहिए, जो भी हो जाए करने की निरंतरता होनी चाहिए। 

10 विद्यार्थियों ने एस डी एम मैडम से कैरियर, पढ़ाई और प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के समय अपनाए जाने वाले आदर्श दिनचर्या, सफलता के रहस्य, हिंदी मीडियम के विद्यार्थी यूपीएससी में अधिकांश सफल क्यों नहीं होते? 10वीं  पास विद्यार्थी शिवम साहू ने पूछा मैं ड्यूटी कलेक्टर बनना चाहता हूं तो मुझे अभी से क्या और कैसे तैयारी करना होगा आदि प्रश्नों का विस्तार से उदाहरण सहित उत्तर अतिथि वक्ता सुरुचि सिंह द्वारा दिया गया। सभी विद्यार्थी इस कार्यशाला से बहुत प्रसन्न और उत्साहित हुए। इस कार्यशाला में लगभग 200 विद्यार्थियों के साथ आत्मानंद स्कूल तिल्दा के प्राचार्य  दुष्यंत सोनी, दिनेश पटेल, पीतांबर झा, उमेश राजपूत, समर कैंप कोऑर्डिनेटर अंशु दत्ता, विनीता अग्रवाल, स्वीटी मलिक, निधि तिवारी, पूजा सिन्हा आदि उपस्थित थे।