भारतीय वायु सेना (आईएएफ) का मिग-27 जेट फाइट प्लेन दिसंबर माह में अंतिम उडान भरेगा। इसके बाद उसे वायुसेना की सभी स्क्वार्डन से पूरी तरह से विदा कर दिया जाएगा। इस फाइटर प्लेन को वायुसेना की अन्य स्क्वाड्रन से पूर्व में हटा दिया गया है। फिलहाल मिग-27 वायुसेना की राजस्थान स्थित जोधपुर की एकमात्र स्क्वाड्रन में अपनी सेवाएं दे रहा है।
नई दिल्ली। कारगिल युद्ध में वायुसेना की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला मिग-27 फाइटर जेट इस दिसंबर माह में अपनी अंतिम उड़ान भरेंगे। जिसके बाद इस फाइटर जेट को वायुसेना की सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा। इस साल 27 दिसंबर को जोधपुर में होने वाले एक आधिकारिक समारोह के दौरान ये लड़ाकू विमान अपनी आखिरी उड़ान भरेंगे। मिग-27 को 1981 में भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया था और 38 वर्षों तक सेवा देने के बाद, इनका विनिवेश किया जाएगा। तीन साल पहले, एमआईजी 27 के दो स्क्वाड्रन को बंगाल के हाशिमारा में हटा दिया गया था और स्क्वाड्रन 29 जोधपुर में स्थित देश में एमआईजी 27 का अंतिम शेष स्क्वाड्रन है।