सीआईएसएफ का जवान बनने के लिए अपने स्थान पर अन्य को शामिल करने वालें युवाओं का एक ओर फर्जीवाड़ा सामने आया है। इन युवाओं ने भर्ती परीक्षा में शामिल होने फर्जी तरीके से दुर्ग जिले का निवासी प्रमाण पत्र बनवा लिया था। जबकि वास्तव में ये युवा राजस्थान व हरियाणा प्रदेश के निवासी हैं। अब ये सभी 32 युवा दुर्ग की सेंट्रल जेल में आजादी के जश्न में शामिल होंगे।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। सीआईएसएफ में जवान बनने के लिए भर्ती प्रक्रिया में शामिल मुन्नाभाईयों का एक ओर कारनामा उजागर हुआ हैं। इन युवाओं ने दुर्ग जिले का निवासी होने का फर्जी प्रमाण पत्र अपने आवेदन में संलग्न किया था। जांच में इन सभी युवाओं का राजस्थान व हरियाणा प्रदेश का निवासी होना पाया गया है। पुलिस अब इस तथ्य की जांच भी कर रही हैं कि इन्हें फर्जी निवासी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने में किसी की भूमिका थी।
उतई स्थित सीआईएसएफ केंप में जारी भर्ती प्रक्रिया में मुन्नाभाईयों द्वारा शिरकत दिए जाने का खुलासा मंगलवार को हुआ था। भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में अन्य युवक व फिजिकल टेस्ट में अन्य युवक शामिल हो रहा था। बायोमेट्रिक टेस्ट में ये युवा संदेह के दायरे में आए और पड़ताल में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। सीआईएसएफ के अस्टिेंड कमांडेट जगनमोए सोम की शिकायत पर उतई पुलिस ने आरोपी युवाओं के खिलाफ दफा 419, 420, 120 बी, 467, 463 के तहत अपराध दर्ज किया है। सभी युवाओं को गिरफ्तार कर जेएमएफसी टोप्पों की अदालत में पेश किया गया, जहां से सभी को 14 दिन के ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
ये शामिल थे फर्जीवाड़ा में
सीआईएसएफ में फर्जीवाड़ा करने वालें युवाओं में राहुल सिंग, सेक्टर 1 भिलाई, मनदिप सिंग, नेहरु नगर भिलाई, राहुल सेक्टर 1 भिलाई, सुमित सिंग सेक्टर 11 खुर्सीपार भिलाई, दीपक, शक्ति नगर दुर्ग, हरीश, सेक्टर 2 भिलाई, करमवीर कोहका भिलाई, जयप्रकाश सिंग खुर्सीपार भिलाई, भीमवीर खुर्सीपार भिलाई, सचीन सेक्टर 1 भिलाई, अजय कुमार सिंग शंकर नगर दुर्ग, अजय कुमार सेक्टर 1 भिलाई, विक्रम सेक्टर 1 भिलाईरविन्द्र स्मृति नगर भिलाई, सोनु कुमार जयंती नगर दुर्ग, तेजपाल कुम्हारी, जगबीर सेक्टर 1 भिलाई, ऋषभ शर्मा सेक्टर 3 भिलाई, चिंटू सेक्टर 3 भिलाई, सुनिल सिंग खुर्सीपार भिलाई, कृष्ण कुमार खुर्सीपार भिलाई, आशीष शक्ति नगर दुर्ग, धर्मेन्द्र खुर्सीपार भिलाई जोगेन्द्र सिंग शक्ति नगर दुर्ग, अजीत सिंग जंजगीरी धमधा, जितेन्द्र सिंग खुर्सीपार भिलाई, जय भगवान स्मृति नगर भिलाई, हेमंत सिंग सोगरवाल खुर्सीपार भिलाई, विकास खुर्सीपार भिलाई, सोनु सेक्टर 1 भिलाई, रोहित खुर्सीपार भिलाई शामिल हैं। इन सभी आरोपियों के स्थानीय पते फर्जी पाए गए हैं।