दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शहर के पुलगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत शिवनाथ नदी में फंसे 11 मजदूरों को रेस्क्यू कर अब तक सुरक्षित बाहर निकाला गया है। मजदूरों का रेस्क्यू करने के बाद एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें मौके से निकालने के बाद सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया। रेस्क्यू किए गए व्यक्ति वहां ईट-भट्ठा व सब्जी-बाड़ी में मजदूरी का काम करते हैं।
बता दें कि शहर में बीते दिन हुई लगातार बारिश और मोंगरा जलाशय से पानी छोड़े जाने के कारण शिवनाथ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। जिसके चलते दुर्ग राजनांदगांव मार्ग पर स्थित पुराने पुल के उपर से भी पानी बहने लगा है। नदी का जल स्तर बढ़ने का असर तटों पर भी हुआ और तटों पर स्थित अधिकांश क्षेत्र जलमग्न हो गए है। इस विकट परिस्थिती शिवनाथ तट पर स्थित ग्राम भरदा में संचालित एक ईट-भट्ठा में काम करने वाले टोमन लाल ठाकुर पिता (ग्राम भरदा), सहदुल यादव (पश्चिम बंगाल), पारसनाथ यादव (उत्तर प्रदेश) तीन मजदूर जल भराव में फंस गए। बहाव तेज होने के कारण तीनों बाहर निकलने का साहस नहीं जुटा पा रहे थे। प्रशासन को मजदूरों के नदी के किनारे बहाव में फंसे होने की जानकारी मिलने पर मौके पर एसडीआरएफ की टीम भेजी गई। टीम ने मोटर बोट की मदद से तीनों को सुरक्षित बाहर निकाला।
इसी प्रकार नदी किनारे स्थित ग्राम डांडेसरा से भी 8 लोगों को बाढ़ के पानी से बाहर निकाला गया। यहां रेस्क्यू किए गए लोगों में रमेश (30 वर्ष) और रामपति (24 वर्ष) पति-पत्नी है। जो ग्राम के सूखा नाला के पास स्थित भुट्टा बाड़ी में काम करते है। डांडेसरा से ही सब्जी बाड़ी में काम करने वाले तथा घर की छत पर फंसे अन्य लोगों का भी एसडीआरएफ टीम द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है।