दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भेंट-मुलाकात की मांग को लेकर जिले के विभिन्न मजदूर व किसान संगठनों ने आज प्रदर्शन किया। संगठन अपनी लंबित मांगों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री से समय की मांग कर रहे है। इसी मांग को लेकर आज सैकड़ा भर प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाल कर गिरफ्तारी दी। प्रदर्शनकारी प्रमुख रुप से माइनिंग के नाम हसदेव के जंगलों में पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे थे। संगठनों के इस जेल भरों आंदोलन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे। प्रदर्शनकारियों के लिए मानस भवन को अस्थायी जेल बनाया गया था।
बता दें कि अपनी विभिन्न मांगों के निराकरण की मांग को लेकर पिछले समय से आंदोलन का मार्ग अख्तियार किए हुए। संगठनों का आरोप है कि मांगों के निराकरण पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री से समय मांगा जा रहा है, जो नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री से भेंट-मुलाकात के लिए समय की मांग करते हुए संगठनों ने आज जैल भरों आंदोलन का आव्हान किया था। प्रदर्शनकारी रविवार के दोपहर जेल तिराहा के पास ओव्हर ब्रिज पर एकत्रित हुए, जहां से रैली निकाली। प्रदर्शन के दौरान हसदेव के जंगलों में जारी कटाई पर रोक लगाने, चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को पुनः काम पर रखने, एसीसी सीमेंट को कार्पोरेट घरानों को बेचे जाने पर रोक लगाने, भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका प्रथा बंद करने, मजदूरों को सीमेंट वेज बोर्ड का वेतन दिलाने सहित 15 मांगों के निराकरण की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा गया। इस प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन, जन स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन, प्रगतिशील किसान संगठन सीपीएम (सीटू), छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा, प्रगतिशील सीमेंट श्रमिक संघ, जिला किसान संघ, जनवादी सफाई कामगार यूनियन, लोईमू, महिला मुक्ति मोर्चा, संयुक्त जन संर्घष मोर्चा के पदाधिकारी व सदस्य शामिल थे।