हम नहीं चाहते कि देश का प्रधानमंत्री हम से माफी, पर देश में कोई फैसला होगा तो वह बगैर किसानों के नहीं होगा : राकेश टिकैत

नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री मोदी पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने किसान आंदोलन के संबंध में कहा यह भारत सरकार के खिलाफ किसानों की 13 महीने की ट्रेनिंग थी। आखिर में भारत सरकार को मानना ही पड़ा। हम नहीं चाहते कि देश का प्रधानमंत्री हम से माफी मांगे और विदेश में उसकी छवि खराब हो, लेकिन यदि देश में कोई फैसला होगा तो वह बगैर किसानों के नहीं होगा। कुछ लोग पूरे देश को बेचना चाहते थे। देश का किसान, नौजवान और मजदूर अब जाग चुका है। इसलिए यह देश अब नहीं बिकेगा।

जयपुर में एक सभा के दौरान टिकैत ने कहा कि यदि कोई प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के बैनर पर जाकर कोई घोषणा करेगा तो उससे हमें ऐतराज है। पार्टी अपना अलग काम करे। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के बैनर पर जाकर उसे फायदा देने का काम न करें। यदि पार्टी के बैनर पर कोई व्यक्ति घोषणा करेगा तो हम लोग उसे पकड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में बीजेपी ने भी हम लोगों की मदद की। उन्होंने राशन और कंबल किसानों को बांटे थे। कांग्रेस और आम जनता ने भी हमारी मदद की है। इसलिए हमारी लड़ाई भारत सरकार से है और भारत सरकार किसी पार्टी की नहीं हो सकती।ययदि कोई गलत काम करेगा तो हम पूर्ण रूप से उसका विरोध करेंगे। हम उस कंपनी का विरोध करेंगे, जो देश को बेचने का काम करेगी।
मोदी सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह सरकार किसी पार्टी की नहीं थी, यह सरकार थी गुजरात की कंपनियां। जो कंपनी देश को बेचने का काम करेगी, हम उसका विरोध करेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि एक सर्वे के अनुसार 1 साल में 700 बार भूख लगती है और बड़ी-बड़ी कंपनियां भूख पर व्यापार करना चाहती थी।
राकेश टिकैत ने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां खाने का व्यापार कर रही हैं और जब शाम को क्लोजिंग होती है तो वह खाना डस्टबिन में डाल देते हैं। जो सरकार ऐसे लोगों को देश में व्यापार करने की अनुमति देगी, हम लोग उसी तरह से विरोध करेंगे जिस तरह से 13 महीने तक हमने विरोध किया है।