नई दिल्ली। उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। नदियां और नाले उफान पर हैं, नदियों में पानी का वेग इतना अधिक है कि कई पुल बह गए हैं, जिसकी वजह से यातायात पर असर पड़ा है। वहीं नैनीताल को दूसरे राज्यों से जोड़ने वाले हल्द्वानी, कालाढुंगी और भवाली रोड भी जगह-जगह भूस्खलन होने से बाधित हैं। नैनीताल डीएम आवास भी भूस्खलन की चपेट में है। वहीं दुर्ग से नैनीताल घूमने के लिए गए 55 लोग वहां बाढ़ में फंस गए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों ने दुर्ग में रहने वाले अपने परिवारजनों को मैसेज कर सिर्फ इतनी जानकारी दी कि हेल्प चाहिए। इस मैसेज के बाद दुर्ग में रहने वाले स्वजन दुर्ग लोकसभा के सदस्य विजय बघेल के पास मदद के लिए पहुंच रहे हैं। दुर्ग निवासी लोगों में 44 महिलाएं, 6 बच्चे व पांच पुरुष शामिल है।
नैनी झील का पानी तल्लीताल में मॉल रोड और डॉठ सड़क पर आ गया है। जिससे लोवर मॉल रोड पर जल भराव हो गया है। हालात की गंभीरता के समझते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की। वहीं हालात की गंभीरता के समझते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की। मिली जानकारी के अनुसार भूस्खलन की वजह से 5 लोगों की मौत हो गई। बारिश के साथ बर्फबारी से हालात और खराब हो गए हैं। नैनीताल समेत कई पर्यटन क्षेत्रों में टूरिस्ट फंसे हुए हैं। साथ ही खबरों से मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी का कहना है कि रामगढ़ गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है। लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। विवरण की प्रतीक्षा है। रामगढ़ गांव में जहां बादल फटा था वहां से कुछ घायलों को बचा लिया गया है, उनकी वास्तविक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है।