दुर्ग (छत्तीसगढ़)। एनएसयूआई ने एपीएल वर्ग के 18 से 44 आयु वाले नागरिकों के टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की है। इस संबंध में संगठन द्वारा के लिए कलेक्टर व दुर्ग महापौर को सौंपा ज्ञापन गया है। संगठन ने आरोप लगाया है कि केंद्र शासित मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो रही है। जिसका खामियाजा नागरिकों को भुगतान पड़ रहा है।
कलेक्टर को ज्ञापन देकर कहा गया है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण फैली महामारी को नियंत्रित करने के लिए वृहद स्तर पर टीकाकरण अभियान ही एकमात्र उपाय है। टीकाकरण अभियान को सफल बनाने एनएसयूआई सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चला रहा है। ऐसे में खास कर एपीएल वर्ग के लोग टीकाकरण केंद्रों पर टिका लगवाने के लिए आने वाले लोगों कि संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती नजर आ रही है। टीकाकरण केंद्रों की संख्या कम होने से वैक्सीनेशन के इच्छुक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। टीकाकरण के लिए हितग्राहियों की संख्या अधिक होने व टीको की संख्या कम होने से अधिकांश केंद्रों में अव्यवस्था की स्थिति निर्मित हो रही है। नागरिकों को बेरंग लौटना पड़ रहा है। जिसे देखते हुए टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है।
एनएसयूआई जिला कार्यकारी अध्यक्ष सोनू साहू ने बताया कि एनएसयूआई कार्यकर्ता अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को पूरा कर रहे है। जिला प्रशासन को लगने वाले किसी भी प्रकार के सहयोग को करने के लिए कार्यकर्ता तैयार है, पर आज कलेक्टर और महापौर से मिलने के बाद जो बात सामने आया वह यह है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ सरकार को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नही करा रही है। जिसके कारण जिलों में वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में नही पहुंच पा रही है। जिसके कारण 18 से 44 वर्ष के लोगो को वैसिनेस से वंचित होना पड़ रहा है। टीकाकरण अभियान को तेज गति देने के लिए कलेक्टर के माध्यम से केंद्र सरकार को पत्र लिख करके युवाओं के लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराए जाने की मांग किए जाने की जानकारी उन्होंने दी। इस विषय में कलेक्टर डॉ भुरे व महापौर धीरज बाकलीवाल ने शीघ्र ही समस्या का निराकरण करने का भरोसा दिलाया है।