नई दिल्ली। ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में बेंगलुरु से गिरफ्तार की गईं क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने रविवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। जहां पर पुलिस को दिशा की पांच दिनों की रिमांड मिली है, पुलिस ने कोर्ट से सात दिनों की रिमांड मांगी थी।
बता दें कि दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने शनिवार देर रात को दिशा को नॉर्थ बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। दिशा पर आरोप है कि उन्होंने किसान आंदोलन से जुड़े टूलकिट को एडिट किया था और आगे बढ़ाया था। पुलिस ने 4 फरवरी को टूलकिट मामले में केस दर्ज किया था। पुलिस का कहना है कि इस टूलकिट में 26 जनवरी को हुई हिंसा को लेकर साजिश की रूपरेखा थी।
पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी करके बताया है कि टूलकिट मामले में दर्ज एफआईआर के तहत आपराधिक साजिश रचने के आरोप में 22 साल की दिशा रवि को गिरफ्तार किया गया है। वो टूलकिट गूगल डॉक को एडिट करने वालों और इसे फैलाने की साजिश में शामिल थीं। आरोपी दिशा रवि को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पांच दिन की कस्टडी में भेजा गया है। मामले की जांच चल रही है।
पुलिस का आरोप है कि टूलकिट मामला खालिस्तानी ग्रुप को दुबारा खड़ा करने करने और भारत सरकार के खिलाफ एक बड़ी साजिश है। दिशा रवि पर आरोप लगाया है कि उन्होंने टूलकिट को एडिट किया है। पुलिस का कहना है कि इस साजिश में हजारों और लोग शामिल हैं। ये खालिस्तानी आतंकी गुरूपतवंत सिंह पन्नू से प्रभावित हैं। पुलिस ने आरोप लगाया है कि दिशा ने 3 फरवरी को टूलकिट एडिट किया है। उनका मोबाइल बरामद किया गया है लेकिन डेटा डिलीट कर दिया गया है।
दिशा ने अपने बचाव में बोला है कि मैंने दो लाइन एडिट किया था। मैंने किसानों के सपोर्ट में किया था, जो अन्नदाता हैं। उनके आंदोलन से मैं प्रभावित थी। वो मुझे खाना और पानी देते हैं। कोर्ट ने दिशा को 5 दिन की पुलिस रिमांड भेज दिया है। पुलिस ने कहा कि इस मामले में शांतनु और निकिता की भी गिरफ्तारी होनी है।