हर क्षेत्र में नाकाम अपनी विफलताओं का जश्न मना रही भूपेश सरकार, माफिया हावी : बृजमोहन अग्रवाल

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पूर्व कृषि मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने भूपेश सरकार द्वारा दो वर्ष के कार्यकाल पर मनाए जा रहे जलसे पर कई सवाल खड़े किए है। उन्होंने दो वर्ष के कार्यकाल को पूरी तरह असफल करार देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। राज्य सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में किसान, नौजवान, महिला, मजदूर परेशान है। छत्तीसगढ़ जैसे शांत प्रदेश में इन दो वर्षो में हर क्षेत्र में माफिया काबिज हो गए है। स्थानीय लोगों की उपेक्षा की जा रही है। सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान सरकार द्वारा जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है। उन्होंने पूछा कि क्या सरकार अपनी विफलताओं का जश्न मना रही हैं। विधायक बृजमोहन यह बातें पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहीं।
उन्होंने किसान न्याय योजना को किसान अन्याय योजना निरुपित किया। उन्होंने कहा कि किसानों से पिछले सीजन में 2500 रु. समर्थन मूल्य में खरीदी गई धान की पूरी कीमत 15 माह बाद बीत जाने के बाद भी नहीं मिला है। इसके अलावा इस सीजन में खरीदी जा रही धान का भुगतान कब किया जाएगा इसकी कोई गारंटी नहीं है। दो साल का बोनस नहीं दिया गया। किसानों के खेती के रकबे में कटौती कर उन्हें प्रताडि़त जा रहा है। नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के फ्लाप बताते हुए उन्होंने कहा कि इन दो वर्षो में नरवा पर कोई काम नहीं हुआ। वहीं गरवा योजना गायों की मौत का सबब बन रही है। गायों को अंधेरे बंद कमरे में बंद किया जा रहा है, जिससे दम घुटने से उनकी मौतें हो गई। उन्होंने इसे हत्या निरुपित किया। गौठान योजना पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि इससे सरपंच कर्जदार हो गए है। बांस तिरपाल से 15 लाख से 50 लाख तक की लागत से गौठान बनाए गए है, जो हवा में उड़ जा रहे है। पूर्व में श्रमिकों को श्रम विभाग द्वारा औजार, सायकल, सिलाई मशीन, छात्रवृति दी जाती थी। जिसे बंद कर दिया गया है। जबकि 300 करोड़ रुपए इस खातें में जमा है। क्राइम ब्यूरों के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बलात्कार की घटनाए सबसे ज्यादा है। उन्होंने कवर्धा की घटना का उदहारण देते हुए कहा कि प्रदेश में बलात्कारियों का बचाने की साजिश की जा रहा है। कोविड़ में स्कूल कालेज बंद है, बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी, उनका भविष्य कैसे बनेगा, इस पर सरकार कोई नीति नहीं है।
वादों पर अमल नहीं
उन्होंने आरोप लगाया कि गंगाजल ले कर शराब बंदी का वादा करने वाली कांंग्रेस के राज में सरकार के संरक्षण में गली गली में शराब बिक रही है। पिछले दो वर्षो से एक भी युवा को नौकरी नहीं मिली है। पूर्व में जो युवा सलेक्ट हो गए थे उन्हें भी पोस्टिंग नहीं दी जा रही है। पुराने सलेक्शन को कैंसिल किया जा रहा है। नई नौकरियों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। संविदा, दैनिक वेतनभोगी, ठेका पद्धति में काम करने वालों को नियमित किए जाने का वादा किया गया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया है। शासकीय कर्मचारियों को सम्मान दिए जाने की बात कही थी, सम्मान तो दूर उनकीं ग्रेजुएटी, पेंशन नहीं दी जा रही है। पेंशन के लिए हितग्राही भटक रहे हैं, बुजुर्गो, विधवाओं के साथ न्याय नहीं हो रहा है। हार्टिकल्चर किसानों के लिए 200 फुड़ पार्क बनाए जाने का बादा किया गया था, अब तक एक भी पार्क छत्तीसगढ़ में नहीं बन पाया है।
केंद्र की योजनाओं की अनदेखी
विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार केंद्र की योजनाओं पर अमल करने में विफल रही है। केंद्र की आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के लिए लागू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राज्य सरकार निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप आवास नहीं बनवा पाई। योजना के तहत 7 लाख 50 हजार आवास बनाए जाने थे, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 लाख 50 हजार आवास ही बना रही हैं, जिनकी अंतिम किश्त अभी नहीं दी गई है। साढ़े पांच लाख आवास जिस पर राज्य सरकार को पैसा देना था, इस राशि को नहीं दिए जाने से साढ़े पांच लाख आवास केंद्र को वापस कर दिए गए है।