नई दिल्ली। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री और राज्यपाल का विवाद दशहरे के दिन भी जारी रहा। सीएम उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का नाम लिए बिना उन्हें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के भाषण का अनुसरण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आज हमसे हिंदुत्व पर सवाल पूछे जा रहे हैं क्योंकि हमने अभी तक मंदिर नहीं खोले हैं। ठाकरे ने सबसे विवादास्पद मुद्दों में से एक पर निशाना साधते हुए कहा आप हमारे हिंदुत्व के बारे में बात कर रहे हैं। इसलिए महाराष्ट्र में, आप गोमांस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, लेकिन गोवा में आप गोमांस के साथ हैं, क्या यह आपका हिंदुत्व है।
आरएसएस प्रमुख द्वारा दी गई हिंदुत्व की परिभाषा को मानदंड बताते हुए उन्होंने एक चेतावनी भी दी कि यदि कोई हमें चुनौती देना चाहता है, तो अपने जोखिम पर करें।
भाजपा के वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के विचारों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, मोहन भागवत ने आज कहा कि हिंदुत्व केवल पूजा से नहीं जुड़ा है। इसलिए काली टोपी पहने लोग और हमारी मान्यताओं पर सवाल उठाने वाले और हमें धर्मनिरपेक्ष बताने वालों को आज भागवत का भाषण सुनना चाहिए। साथ उन्होंने कहा जो लोग उन्हें (कोशियारी) मानते हैं और उनका अनुसरण करते हैं। वे काले रंग की टोपी पहनते हैं और अगर आपके पास इस टोपी के नीचे दिमाग है, तो कम से कम मोहन भागवत और उनके बयानों का अनुसरण करें।