दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना के संक्रमण को रोकने ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन इस कार्य में लगे डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बड़ी लापरवाही बरतें जाने की शिकायत समाने आई है। शिकायत में बताया गया है कि जांच करने वाले डॉक्टर अथवा कर्मी द्वारा जांच की रिपोर्ट में हस्ताक्षर ही नहीं कर रहे। इससे रिपोर्ट की प्रमाणिकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
लापरवाही का यह मामला शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य एवं जच्चा-बच्चा केंद्र धमधा नाका दुर्ग में सामने आया है। यहां रेलवे कर्मचारी और यादव समाज के गहिरा गुरु राजेश यादव ने हल्के बुखार और शारीरिक कमजोरी के बाद 16 सितंबर को अपनी कोरोना जांच कराई थी। जांच केंद्र द्वारा उन्हें निगेटिव रिपोर्ट दी गई है। इसके लिए जीवन दीप समिति की पर्ची में केवल निगेटिव लिख दिया गया है और साथ ही केंद्र का सील लगा दिया गया है, लेकिन पर्ची में किसी भी जिम्मेदार डॉक्टर अथवा कर्मचारी का हस्ताक्षर नहीं है। इस तरह रिपोर्ट प्रमाणिक नहीं है। यादव ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से की है।