छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए रविवार को 25 लाख रुपये के इनामी नक्सली नेता प्रभाकर राव उर्फ बलमुड़ी नारायण राव को गिरफ्तार कर लिया। प्रभाकर राव प्रतिबंधित माओवादी संगठन सीपीआई (माओवादी) के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZCM) का सदस्य है। यह गिरफ्तारी कांकेर जिले के अंतागढ़ थाना क्षेत्र में हुई।
40 वर्षों से सक्रिय नक्सली
प्रभाकर राव पिछले 40 वर्षों से माओवादी संगठन से जुड़ा हुआ था। उसने 1984 में संगठन में सदस्य के रूप में शामिल होकर काम करना शुरू किया था। वर्तमान में वह नॉर्थ सब-जोनल ब्यूरो में लॉजिस्टिक सप्लाई और मोबाइल पॉलिटिकल स्कूल (MOPOS) टीम का प्रभारी था।
वरिष्ठ माओवादी नेताओं के साथ करीबी संबंध
पुलिस के अनुसार, प्रभाकर राव का माओवादियों के शीर्ष नेताओं जैसे कि केंद्रीय समिति (CCM) सचिव बसवा राजू, के रामचंद्र रेड्डी उर्फ राजू, देवजी उर्फ कुमाडा, कोसा, सोनू, और मल्लाराजा रेड्डी उर्फ संग्राम के साथ करीबी संबंध थे। उसकी पत्नी, राजे कांगे, जो संगठन की डिविजनल कमेटी की सदस्य हैं, रावघाट एरिया कमेटी की प्रभारी हैं।
प्रभाकर राव की गिरफ्तारी सुरक्षा बलों के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इससे नॉर्थ बस्तर क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। कांकेर जिले के पुलिस अधीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से प्रभाकर राव की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी। इसी के आधार पर सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए उसे अंतागढ़ थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
कई राज्यों में दर्ज हैं केस
प्रभाकर राव के खिलाफ छत्तीसगढ़ सहित ओडिशा, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कई राज्यों में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह केंद्रीय समिति सदस्य (CCM) सचिव गणपति का चचेरा भाई भी है।