ट्रेनों को कैंसिल कर, आम आदमी की पहुंच से दूर वंदे भारत एक्सप्रेस पर अपनी पीठ थपथपा रहे भाजपाई : अमरजीत भगत

रायपुर (छत्तीसगढ़)। रविवार को वंदे भारत एक्सप्रेस के रायपुर पहुंचने पर ट्रेन का भव्य स्वागत किया गया। स्वागत कार्यक्रम में भाजपा के सांसद और विधायक अपने समर्थकों के साथ नजर आ रहे थे। इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री अमरजीत भगत ने इस ट्रेन के माध्यम से भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए निर्धारित किए गए किराया पर  सवाल उठाते हुए इसे आमजनों की पहुंच से दूर बताया। साथ ही कहा कि मध्यम वर्गीय के लोगों के लिए छत्तीसगढ़ के गुजरने वाली कम किराये वाली ट्रेनों को रोके जाने का श्रेय भी भाजपा के विधायक और सांसद लें।

मंत्री अमरजीत भगत ने कहा वंदे भारत ट्रेन का प्रदेश में जगह-जगह स्वागत हो रहा है, अच्छी बात है स्वागत होना चाहिए। भाजपा के लोग स्वागत में हिस्सा ले रहे हैं, सांसद-विधायक सब जा रहे हैं स्वागत करने। इस ट्रेन को चलाने के लिए तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं। दूसरी तरफ सैंकड़ों ट्रेन हर रोज कैंसल हो रही हैं, लोग प्लेटफॉर्म पर ही रात बिताने को मजबूर हैं। दर-दर भटकना पड़ रहा है यात्रियों को इस परेशानी की जिम्मेदारी भी भाजपा के लोग लें, रद्द ट्रेनों की भी नैतिक जिम्मेदारी भाजपा के सांसदों विधायकों को लेनी चाहिए।
अमरजीत भगत ने ट्रेन के किराए को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा- इस ट्रेन का किराया आम आदमी के बस की बात नहीं है। प्रदेश के आम आदमी के लिए ये बहुत महंगी ट्रेन है। इसका किराया तो फ्लाइट के बराबर है। टिकट का दाम अधिक है, इसका भी कोई ठिकाना नहीं है कब कहां खड़ी (खराब) हो जाए। रुक जाए।
जानिए वंदे भारत के लिए कितना चुकाना होगा किराया
देश की सबसे तेज चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के लिए रेलवे ने शेड्यूल जारी कर दिया है और इसकी बुकिंग भी शनिवार से शुरू हो गई। IRCTC ने बिलासपुर से नागपुर के लिए चेयरकार का किराया AC-II के बराबर 1077 रुपए तय किया है। इसी तरह एग्जीयूटिव क्लास के लिए 2045 रुपए टिकट रखा है। रेलवे ने ट्रेन को राजनांदगांव में भी स्टॉपेज दिया है।
ट्रेन में चेयरकार का बिलासपुर से नागपुर का किराया AC II के बराबर 1070 रुपए तय किया है। वहीं एग्जीक्यूटिव क्लास में बिलासपुर से नागपुर तक सफर तय करने के 2045 रुपए है। इसी तरह वंदेभारत ट्रेन में बिलासपुर से रायपुर तक चेयरकार के लिए 470 और एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 905 रुपए किराया तय किया गया है। यात्रियों को बिलासपुर से दुर्ग के लिए 635 और 1155, बिलासपुर से राजनांदगांव के लिए 690 और 1265, बिलासपुर से गोंदिया के लिए 865 और 1620 रुपए खर्च करने होंगे।
ट्रेनों को रद्द किए जाने का रिकार्ड टूटा

पिछले दिसंबर यानी साल 2021 से नवंबर तक यानी 11 महीने में रायपुर व बिलासपुर से गुजरने वाली 2605 ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है। रेलवे के इस फैसले से जहां लोगों की गर्मी की छुट्टी खराब हुई, वहीं यात्री अपने रिश्तेदार के शादी में शामिल नहीं हो पाए। ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला अभी थमा नहीं है।

रेलवे ने सबसे ज्यादा सितंबर माह में 474 ट्रेनें रद्द किया है। इससे रेलवे को अब तक 17 करोड़ 86 लाख के राजस्व का नुकसान हुआ है। रायपुर स्टेशन से रोजाना 70 हजार यात्री आवाजाही करते हैं। ऐसे समय में जिन 64 ट्रेनों को कैंसिल करने का आदेश रेलवे जारी किया है, इसमें ज्यादातर ट्रेनें रायपुर स्टेशन से गुजरती हैं। छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ऐसी कोई ट्रेन नहीं बची, जो इस साल में रद्द ना की गई हो। अधिकांश ट्रेनें अलग-अलग रूट में नॉन इंटरलॉकिंग की वजह से रद्द की गई।