रायपुर (छत्तीसगढ़)। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में राज्यपाल अनुसुइया उइके से सोमवार को मुलाकात कर भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से भूपेश सरकार के 50 दिनों के खर्च की विस्तृत जानकारी के साथ श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद भाजपा प्रवक्ता विक्रम उसेंडी ने कहा कि शराब के विरोध में भाजपा नेता और कार्यकर्ता मंगलवार दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक अपने घरों के बाहर धरने पर बैठेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि अत्यंत व्यथित होकर राजभवन पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने केंद्र को अब तक 22 पत्र लिखा है। छत्तीसगढ़ का मजदूर भूखों मर रहा है, लेकिन सरकार निर्दयी बनी हुई है। विपक्ष के साथ बैठकर सरकार को सुझाव लेना चाहिए था। लेकिन सरकार ने मिलकर कोई कार्ययोजना नहीं बनाई। प्रदेश के 1 लाख 60 हजार मजदूर भटक रहें हैं। इलाहाबाद और कई जगहों पर प्रदेश के मजदूर भीख मांगने की स्थिति में हैं। अब तक सिर्फ 800 मजदूरों को 1 हजार रुपये दिए गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीब को लूटा जा रहा है। कोरोना से लड़ने के लिए शराब पर टैक्स लगाकर गरीबों से पैसा वसूला जा रहा है। मजदूर और उनके माताओं, बहनों के गहने शराब में बिक रहे हैं, सरकार को तत्काल शराब बंदी करनी चाहिए। उन्होंने भूपेश सरकार से राज्य के किसानों को अंतर की राशि, 2 साल का बोनस देने और टोकन वाले किसानों का बकाया धान खरीदे जाने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि भूपेश सरकार 50 दिनों के खर्च को लेकर विस्तृत जानकारी के साथ श्वेत पत्र जारी करे। केंद्र सरकार से अब तक मिले पैसों और उसके खर्च का हिसाब दे। यह सरकार छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का दिवालिया निकालने वाली है। हमने जितना 15 साल में कर्ज लिया उतना ये डेढ़ साल में ले चुके हैं।