गलत नक्शे पर भारत की आपत्ति के बाद इस्रायली सेना ने मांगी माफी, कहा – सीमाओं को दर्शाना उद्देश्य नहीं था

नई दिल्ली, 14 जून 2025

इस्रायली रक्षा बल (IDF) ने शुक्रवार को एक विवादित नक्शा जारी किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा और पूर्वोत्तर भारत को नेपाल का भाग दिखाया गया। इस पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई। शनिवार को IDF ने माफी मांगते हुए सफाई दी कि यह नक्शा सीमाओं को सटीक रूप से दर्शाने के उद्देश्य से नहीं बनाया गया था।

IDF ने यह नक्शा ईरान की मिसाइलों की मारक क्षमता को दर्शाने के लिए जारी किया था, जिसमें भारत भी ईरान की मिसाइलों की पहुंच में दिखाया गया है। इस नक्शे पर भारत सहित दुनिया भर के कई देशों में सोशल मीडिया पर नाराजगी देखने को मिली।

IDF ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा था कि “ईरान वैश्विक खतरा है, और इज़राइल उसका अंतिम लक्ष्य नहीं, बल्कि शुरुआत है।” उन्होंने सैन्य कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा, “हमारे पास कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं था।

भारत में इस नक्शे को लेकर भारी विरोध हुआ। X पर कई यूज़र्स ने इसकी आलोचना की। एक यूज़र ने लिखा, “इस नक्शे में भारत के पूरे मानचित्र को गलत ढंग से दर्शाया गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश हैं और सिक्किम व अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्य भारत के अभिन्न अंग हैं। इन्हें सही रूप में दिखाया जाना चाहिए।

एक्स पर कम्युनिटी नोट्स के ज़रिए भी इस तथ्य को रेखांकित किया गया और कई अन्य यूज़र्स ने इसका समर्थन किया।

बढ़ते विवाद के बाद, IDF ने जवाब में लिखा – “यह पोस्ट क्षेत्र का केवल एक चित्रण है। यह नक्शा सीमाओं को सटीक रूप से नहीं दर्शाता है। इस चित्र से किसी को भी ठेस पहुँची हो, तो हम क्षमा चाहते हैं।

IDF द्वारा जारी नक्शे में भारत सहित 15 देशों — जैसे रूस, यूक्रेन, चीन, सूडान आदि को ईरान की मिसाइलों की जद में बताया गया है।

गौरतलब है कि शुक्रवार को इज़राइल ने तेहरान पर भीषण हवाई हमले किए, जिनमें ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडरों सहित 70 से अधिक लोगों की मौत हुई और कई सैन्य प्रतिष्ठान नष्ट हो गए। जवाबी कार्रवाई में ईरान ने तेल अवीव और यरुशलम सहित कई इज़राइली शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। शनिवार को भी दोनों पक्षों के बीच टकराव और तेज़ हो गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *