तेहरान/तेल अवीव – ईरान ने शुक्रवार रात इज़राइल पर तीन चरणों में बैलिस्टिक मिसाइलों की बारिश कर दी, जो तेहरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य कमांडरों पर इज़राइली हमले के जवाब में किया गया एक बड़ा सैन्य प्रतिशोध था।
तेहरान में हुए हमले में ईरान के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए थे, जिसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने चेतावनी दी थी कि “ज़ायोनी शासन को उसके अपराध की कीमत चुकानी पड़ेगी।”

ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बयान जारी कर कहा कि यह हमला सर्वोच्च नेता के आदेश पर इज़राइल के दर्जनों सैन्य अड्डों और ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया।
इस हमले के दौरान तेल अवीव और यरूशलेम में धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं। इज़राइली सेना के अनुसार, ईरान ने 100 से कम मिसाइलें दागीं जिनमें से अधिकांश को इंटरसेप्ट कर लिया गया या वे लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकीं।
हालांकि, कुछ मिसाइलें इज़राइली क्षेत्रों में गिरीं। तेल अवीव के एक रिहायशी अपार्टमेंट पर मिसाइल गिरने से आग लग गई और कई फ्लैटों में भारी नुकसान हुआ। पास की एक अन्य इमारत को भी नुकसान पहुंचा।
इज़राइली समाचार एजेंसी हारेत्ज़ के मुताबिक, हमले में कम से कम 40 लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस दौरान अमेरिका ने भी इज़राइल की सहायता करते हुए कई मिसाइलों को मार गिराया। अमेरिकी रक्षा अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी रॉयटर्स और एसोसिएटेड प्रेस ने दी है।
ईरान ने हमले के बाद अपने हवाई क्षेत्र को शनिवार दोपहर 2 बजे तक के लिए बंद कर दिया है। साथ ही, ईरानी राजधानी तेहरान में भी एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय कर दिए गए हैं।
खाड़ी क्षेत्र में तनाव और गहरा गया है और आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है।
