तेहरान/यरुशलम, 16 जून 2025: ईरान और इज़राइल के बीच छिड़ी जंग अब और भी भीषण होती जा रही है। सोमवार की रात एक बार फिर दोनों देशों के बीच सैन्य हमलों का ताजा दौर देखने को मिला, जिसमें आम नागरिकों की भी मौत हुई है। यह संघर्ष अब पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में फैलने की आशंका जता रहा है, जिससे वैश्विक समुदाय चिंतित है और सभी देशों ने तत्काल तनाव कम करने की अपील की है।
ईरान के शीर्ष खुफिया अधिकारी की मौत, बच्चों सहित कई नागरिक हताहत
रविवार को इज़राइल की ओर से की गई एक बड़ी कार्रवाई में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के खुफिया प्रमुख मोहम्मद काज़िम मारे गए। इसके बाद ईरान ने शुक्रवार को हुए इज़राइल के पूर्व-हमले के जवाब में शनिवार और रविवार को मिसाइलों की बौछार कर दी।

ईरानी हमलों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, जबकि 380 लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं, ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि शुक्रवार से अब तक इज़राइली हमलों में कम से कम 230 ईरानी नागरिकों की जान जा चुकी है।
न्यूक्लियर बातचीत पर पड़ा असर
इज़राइल द्वारा शुक्रवार को किए गए हमले का उद्देश्य ईरान की न्यूक्लियर और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को नष्ट करना था। लेकिन इसका असर सीधे तेहरान-वाशिंगटन के बीच चल रही परमाणु बातचीत पर पड़ा है। रविवार को ओमान में होने वाली छठी दौर की बातचीत को ईरान ने रद्द कर दिया।
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा, “इज़राइल की ये कार्रवाई कूटनीति को कमजोर करने और बातचीत को पटरी से उतारने की साजिश है।“
अमेरिका की अपील, लेकिन दोनों देश पीछे हटने को नहीं तैयार
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों से “सौदा करने” की अपील की, लेकिन यह भी जोड़ा कि “शायद उन्हें पहले एक-दूसरे से लड़ना ही होगा।” वहीं, ईरान ने यह स्पष्ट किया है कि जब तक हमले जारी रहेंगे, तब तक कोई संघर्षविराम पर बात नहीं होगी।
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा, “यह मुद्दा तनाव कम करने का नहीं, बल्कि ईरान की परमाणु क्षमता को रोकने का है।“
भारत की छात्रों की सुरक्षा की मांग पर ईरान का जवाब
भारत ने ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए औपचारिक अनुरोध किया था। इस पर ईरानी सरकार ने जवाब दिया कि हालांकि देश का हवाई क्षेत्र बंद है, लेकिन सभी स्थलीय सीमाएं खुली हैं, जिससे छात्रों की निकासी संभव हो सकती है।
इज़राइल में अब तक 3 मौतें, 74 घायल
ईराइली आपातकालीन सेवा Magen David Adom ने जानकारी दी है कि ईरान के मिसाइल हमलों में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 2 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा 74 लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य अभी भी दो क्षेत्रों में जारी है।
निष्कर्ष: बढ़ता संकट, कम होती उम्मीद
ईरान और इज़राइल के बीच यह संघर्ष अब सीमाओं के पार फैलता जा रहा है और पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र को अस्थिर कर सकता है। जहां एक ओर आम नागरिकों की जान जा रही है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक जिद और सैन्य मंशाएं इस संघर्ष को और गहरा कर रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जल्द हस्तक्षेप कर इस हिंसा को रोकने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे, वरना इसका असर वैश्विक शांति और अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है।
