नई दिल्ली – 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेज़ हो गया। इस घटना के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक क्रूज़ मिसाइल हमले किए। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के नागरिक इलाकों पर ड्रोन से हमले कर स्थिति को और भड़काया।
भारत की प्रतिक्रिया में फिर से गहराई में स्थित पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन हमलों में पाकिस्तान की वायुसेना के रडार इंस्टॉलेशन, कमांड सेंटर और गोला-बारूद डिपो को निशाना बनाया गया। ये ठिकाने रफीकी, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और सियालकोट में स्थित थे।

ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) विशेषज्ञों और विश्लेषकों ने इन हमलों के बाद की सैटेलाइट तस्वीरें और नक्शे साझा किए हैं, जिनमें पाकिस्तान की सैन्य संरचना को हुए नुकसान को दर्शाया गया है।
Kawa Space नाम की भारतीय ओएसइंट संस्था ने पाकिस्तान के भोलेरी एयरबेस की बम क्षति आकलन (BDA) रिपोर्ट साझा की है। इस रिपोर्ट में भारतीय वायुसेना के एयर लॉन्च्ड क्रूज़ मिसाइल (ALCM) हमले से एक हैंगर को गंभीर नुकसान होने की बात कही गई है।
प्रसिद्ध ओएसइंट विश्लेषक डेमियन साइमोन, जिन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर @detresfa_ हैंडल से जानकारी साझा की, ने कहा, “भोलेरी एयरबेस पर हमला हैंगर को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाता दिख रहा है, मलबा और संरचनात्मक क्षति स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।”
PAF के अन्य ठिकानों पर हमले:
- मुशाफ एयरबेस, सरगोधा: रनवे को पूरी तरह नष्ट किया गया।
- शाहबाज एयरबेस, जैकबाबाद: हैंगर पर सटीक हमला, और एटीसी बिल्डिंग को भी संभावित क्षति।
- नूर खान एयरबेस, रावलपिंडी: चीनी सैटेलाइट कंपनी MIZAZVISION की तस्वीरों से हमले के सबूत मिले हैं। यहां के ग्राउंड सपोर्ट वाहनों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया।
भारत सरकार के सूत्रों ने साफ कर दिया है कि अब कोई भी सीमा-पार आतंकवाद की घटना युद्ध की कार्यवाही मानी जाएगी और उसका जवाब उसी स्तर पर दिया जाएगा।
यह नई रणनीति पहलगाम आतंकी हमले के दो हफ्तों बाद घोषित की गई है और इसका उद्देश्य यह स्पष्ट संदेश देना है कि भारत अब आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।
