छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र के भैंसमा गांव में एक विवाह समारोह के दौरान पॉलिथीन में पैक सेव बूंदी खाने के बाद 43 बच्चे और 8 बड़े लोगों की तबीयत अचानक खराब हो गई। उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद सभी को देर रात मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना के बाद डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और सभी मरीजों का तत्काल उपचार शुरू किया गया। फिलहाल सभी की हालत स्थिर और खतरे से बाहर बताई जा रही है।

डॉक्टरों ने दी जानकारी:
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन डॉ. के.के. सहारे ने बताया कि सभी मरीजों को 24 घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। इसके बाद उनकी हालत सामान्य होने पर डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
प्रशासन और पुलिस की सतर्कता:
घटना की जानकारी मिलते ही कोरबा सीएसपी भूषण एक्का समेत पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सेव बूंदी का स्वाद अजीब था और खाने के कुछ देर बाद ही लोगों को उल्टी और पेट दर्द होने लगा।
ग्रामीणों का बयान:
ग्रामीणों ने बताया कि विवाह समारोह में वितरित मिठाई को खाने के बाद ही सभी की तबीयत बिगड़ने लगी। इससे खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और मिठाई के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं।
निष्कर्ष:
कोरबा की यह घटना एक बार फिर से शादी या बड़े आयोजनों में परोसी जाने वाली खाने की वस्तुओं की जांच और सावधानी की जरूरत को उजागर करती है। प्रशासन की मुस्तैदी से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए सख्त निगरानी और खाद्य सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।
