भूपेश बघेल के घर ED का छापा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा

रायपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर छापा मारा, जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। यह कार्रवाई भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ चल रही आबकारी घोटाले की जांच के तहत की गई।

क्या है पूरा मामला?

ED का आरोप है कि ₹2,500 करोड़ के कथित घोटाले में चैतन्य बघेल मुख्य लाभार्थी थे। यह घोटाला अवैध शराब बिक्री से मिले कमीशन से जुड़ा है, जिसे राज्य के शीर्ष राजनीतिक नेताओं के निर्देश पर बांटा गया।

बघेल के घर पर छापा, कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा

छापेमारी के दौरान ED अधिकारियों की एक टीम पर कथित तौर पर कांग्रेस समर्थकों ने हमला कर दिया। बघेल के भिलाई स्थित आवास पर हुई इस छापेमारी में ₹32-33 लाख नकद और कुछ दस्तावेज बरामद किए गए, लेकिन ED को ठोस सबूत नहीं मिले।

बघेल बोले: “यह बीजेपी की बौखलाहट का नतीजा”

बघेल ने इस छापे को राजनीतिक साजिश करार दिया और कहा,
“मेरे पास 140 एकड़ जमीन है, खेती और अन्य स्रोतों से आय होती है। हम सभी विवरण देंगे। यह कार्रवाई पंजाब में मेरी राजनीतिक भूमिका से भाजपा की नाराजगी को दिखाती है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य विधानसभा में सवाल उठाना अब अपराध बन गया है, क्योंकि इससे पहले कांग्रेस नेता कवासी लखमा ने सवाल उठाया था, और 8 दिनों के भीतर ED ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

ED ने कई ठिकानों पर की छापेमारी

ED ने बघेल के घर के अलावा लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल और अन्य कुछ लोगों के ठिकानों पर भी छापा मारा।

कांग्रेस ने बताया “हेडलाइन मैनेजमेंट”, BJP ने दिया जवाब

कांग्रेस ने इस कार्रवाई को ध्यान भटकाने की साजिश बताया और कहा कि संसद के बजट सत्र के दौरान लोगों के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए यह किया गया। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बीजेपी का इससे कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार के भ्रष्टाचार का नतीजा है।

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