नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद देशभर में शोक की लहर है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से पूरा देश शोक में है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में समर्पित किया। साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले डॉ. सिंह ने कई संघर्षों का सामना किया। उनका जाना पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है।”

अरुण साव ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह ने देश के विकास के लिए अपना जीवन समर्पित किया। एक वित्तीय सलाहकार के रूप में उन्होंने कई योजनाएं शुरू कीं, जो देश के लिए वरदान साबित हुईं। उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त मंत्री और दस वर्षों तक प्रधानमंत्री के रूप में सेवा दी। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।”
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में सात दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान 1 जनवरी 2025 तक सभी सरकारी भवनों और अन्य स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। साथ ही, इस अवधि में किसी भी प्रकार के मनोरंजन या सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डॉ. सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह की दृष्टि और ईमानदारी हमेशा भारत के इतिहास में अमिट रहेगी।”
डॉ. मनमोहन सिंह, जो 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे, को 1990 के दशक में आर्थिक उदारीकरण के लिए याद किया जाता है। उनके शांत स्वभाव और बौद्धिक गहराई ने उन्हें भारत और विदेशों में व्यापक सम्मान दिलाया।
देश ने आज एक ऐसे महान नेता को खो दिया है, जिनकी विरासत भारत को एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरने में हमेशा प्रेरित करती रहेगी।
