कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर में बढ़ती हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। रांची में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री मणिपुर की स्थिति पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा, “पूरा देश जानता है कि मणिपुर में क्या हो रहा है। प्रधानमंत्री अब तक वहां नहीं गए हैं, जबकि मैं खुद मणिपुर गया हूं। हमने सरकार से हिंसा रोकने की मांग की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। किसी के निहित स्वार्थ इसमें जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि शांति बहाल की जानी चाहिए और गृह मंत्री को अपना काम करना चाहिए, लेकिन किसी कारणवश वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे नफरत फैलाते हैं, जिससे हिंसा भड़कती है।
राहुल गांधी ने कहा, “आग को सिर्फ कांग्रेस बुझा सकती है क्योंकि हम प्रेम और भाईचारे की बात करते हैं।”
केंद्र सरकार की कार्रवाई
उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर मणिपुर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। केंद्र सरकार ने मणिपुर में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए 50 अतिरिक्त केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) कंपनियां भेजने का निर्णय लिया है।
इनमें से 35 कंपनियां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) से और 15 कंपनियां सीमा सुरक्षा बल (BSF) से होंगी। इससे पहले भी सरकार ने 20 अतिरिक्त कंपनियां भेजी थीं।
कांग्रेस ने की PM से मणिपुर दौरे की मांग
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी प्रधानमंत्री से मणिपुर का दौरा करने की मांग की। उन्होंने कहा, “मई 2023 से मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री विभिन्न देशों के दौरे कर रहे हैं। संसद सत्र से पहले पीएम को मणिपुर जाकर राजनीतिक दलों, नागरिक समाज और राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मिलना चाहिए।”
मणिपुर में पिछले साल मई से घाटी में बसे मेइतेई और पहाड़ियों में बसे कुकी-जो समुदायों के बीच जातीय हिंसा में अब तक 220 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।