धमतरी जिले के रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में आयोजित जल जगार महोत्सव का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जल एवं पर्यावरण संरक्षण के महत्त्व को रेखांकित करते हुए जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण के लिए की जा रही इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि पानी का अधिक दोहन हो रहा है, लेकिन जल संरक्षण पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा। जल जगार महोत्सव के माध्यम से धमतरी जिले में जल स्तर में सकारात्मक और क्रांतिकारी परिवर्तन आया है।
मुख्यमंत्री साय ने नवरात्रि के पावन अवसर पर क्षेत्र के देवी-देवताओं का स्मरण करते हुए सभी को बधाई दी। उन्होंने प्रधानमंत्री के जलजीवन मिशन का जिक्र करते हुए कहा कि हर घर तक नल से जल पहुंचाने का कार्य उनके संकल्प का हिस्सा है और इसे गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करना सरकार का लक्ष्य है। साथ ही, मुख्यमंत्री ने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए नियद नेल्ला नार योजना की चर्चा करते हुए नक्सलवाद के खात्मे की प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश के वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि जल जगार महोत्सव धमतरी जिला प्रशासन की एक बेहतरीन पहल है, जो पूरे प्रदेश और देश के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने जल संरक्षण की दिशा में और अधिक इनिशिएटिव्स लेने पर जोर दिया और आने वाली पीढ़ी के लिए इसे एक बड़ी सौगात बताया।