दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी के आलाकमान पर जमकर चुनावी वार किया। उन्होंने कहा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने राज्य बनाया और डॉ. रमन सिंह ने इसे आगे बढ़ाने का काम किया। इसके चलते छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा की उपमा दी जाती थी लेकिन बीच के कालखंड ने भूपेश बघेल के सरकार ने प्रदेश की छवि को धूमिल करने का काम किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद यहां भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन के बाद गंजमंडी परिसर में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश को बीमारू राज्य से निकालकर विकास की राह पर आगे बढ़ाया था, लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने घपले और घोटाले का कीर्तिमान ही रच दिया है। उन्होंने कोयला, शराब और गोबर में कथित घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि भूपेश सरकार में हालात यह है कि उनके सचिव और आईएएस तक जेल में हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सनातन और राम मंदिर को लेकर भी सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस आलाकमान पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये सनातन के अपमान पर कुछ क्यों नहीं बोलते हैं।
उन्होंने कहा कि कोयला में 500 करोड़, शराब में 2000 करोड़ और गोबर खरीदी में 1300 करोड़ के घोटाले से प्रदेश की विकास की रफ्तार डगमगा गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास की तमाम संभावनाएं है। नए उद्योग खोले जा सकते हैं, लेकिन इसी तरह लूट, कमीशनखोरी और झूठ चलता रहा तो कोई निवेश के लिए सामने नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आएगी को प्रदेश को देश के टॉप राज्य बनाएगी। सभा में जिले के भाजपा के सभी प्रत्याशी व भाजपा के नेता मौजूद थे। प्रत्याशियों ने सभा को संबोधित भी किया।
राम के ननिहाल में ही सनातन का सम्मान नहीं
सनातन को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों का जिक्र करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया कि राम के ननिहाल का मुखिया होने के बाद भी सीएम भूपेश बघेल ने आपत्तिजनक बयान का क्यों विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि सैकड़ों साल के इस्लाम कालखंड और अंग्रेजों के जमाने में सनातन को डिगाया नहीं जा सका। उन्होंने कहा कि सनातन का अपमान अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कर्ज माफी, किसानों को छलने का कुचक्र
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री के सरकार बनने पर पहले की तरह कर्जमाफी की घोषणा पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही किसानों को छलने का क्रम शुरू हो गया है। किसानों के इतने हितैशी है तो पांच साल कर्जमाफी क्यों नहीं की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने 22 जनवरी को राम मंदिर के प्रस्तावित उद्घाटन, राम मंदिर को लेकर वकील के रूप में खुद के संघर्ष की जानकारी देकर सभी को मंदिर का दर्शन जरूर करने के लिए कहा।