झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, चुनाव आयोग ने झारखंड बीजेपी के एक ‘भ्रामक और भड़काऊ’ वीडियो को आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए इसे सोशल मीडिया से हटाने का निर्देश दिया है। यह वीडियो 16 नवंबर को झारखंड बीजेपी के आधिकारिक एक्स (ट्विटर) हैंडल (@BJP4Jharkhand) पर पोस्ट किया गया था। कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने इस वीडियो को ‘धार्मिक आधार पर विभाजनकारी और गलत’ बताते हुए इसकी शिकायत की थी।
वीडियो पर विवाद
54 सेकंड का यह वीडियो एक गरीब मुस्लिम समुदाय को एक अमीर हिंदू परिवार के घर में घुसते हुए दिखाता है, जो JMM को वोट देता है। वीडियो में दावा किया गया कि JMM को वोट देने वालों की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। वीडियो के अंत में एक पोस्टर पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलते-जुलते व्यक्ति की तस्वीर थी, जिसमें लिखा था, “पूरे झारखंड का कायापलट कर देंगे।”
चुनाव आयोग का निर्देश
चुनाव आयोग ने झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को निर्देश दिया कि वे झारखंड बीजेपी को वीडियो हटाने के लिए कहें और इस मामले में कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। आयोग ने संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (X और मेटा) को वीडियो हटाने का आदेश देने के लिए आईटी अधिनियम की धारा 79(3)(b) का उपयोग करने को कहा।
FIR दर्ज, नोटिस भेजा गया
झारखंड के CEO के. रवि कुमार ने बताया कि रविवार सुबह 11 बजे DIG (स्पेशल ब्रांच) एस. कार्तिक ने X/Twitter को वीडियो हटाने का नोटिस भेजा और BJP के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। मेटा को भी इसी संबंध में नोटिस भेजा जा रहा है।
कांग्रेस और JMM का आरोप
कांग्रेस और JMM ने चुनाव आयोग को बताया कि यह वीडियो ‘झूठे और आधारहीन आरोपों’ से भरा है और इसका उद्देश्य मतदाताओं को विपक्षी दलों को वोट देने से रोकना है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो आचार संहिता,Representation of the People Act, 1951 और चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता है।
चुनाव आयोग की सख्ती
चुनाव आयोग ने झारखंड बीजेपी को नोटिस भेजकर पूछा है कि क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही पार्टी से पोस्ट तुरंत हटाने का आदेश दिया गया है।